उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद सुरेन्द्र सिंह नागर ने राज्यसभा में कहा कि प्रदूषण पर जब भी चर्चा होती है तो सिर्फ दिवाली और पराली की बात होती है। यह सिर्फ 20 दिन की बात है। बाद के प्रदूषण पर कभी बात नहीं होती है। हमारा खानपान भी अब इससे प्रभावित होने लगी है. पराली को लेकर जो बात है उसका सबसे बड़ा कारण था जलवायु परिवर्तन की वजह से धान की खेती एक महीने पीछे हुई है। इसी वजह से पराली जलती थी, तो ऊपर चली जाती थी लेकिन अब नमी की वजह से वह नीचे रह जाती है। इसके लिए आप किसान को दोषी बनाकर उस पर एफआईआर नहीं दर्ज कर सकते है। इस देश में अगर सबसे ज्यादा कमी है तो पशु चारे की है। देश में पशु चारे की कमी को पराली को मनरेगा से जोड़ कर खत्म किया जा सकता है। गांवों को पराली वाली मशीन दीजिए। धुएं से जो महिलाओं की मौत होती है, उससे उज्जवला योजना ने मुक्ति दिलाई। इसके लिए सरकार को बधाई।