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Showing posts from April 5, 2020

कोरोना से जंग : प्रधानमंत्री मोदी ने भी जलाए एकता के दीए

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को रोना महामारी को हराने के लिए बीती रात पूरे भारत ने दीप जलाकार एकता की मिसाल कायम की है। कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ देश इस वक्त एक महाजंग लड़ रहा है। इस महाजंग में देशवासियों का हौसला बुलंद रहना और हर किसी का एक रहना जरूरी है, इसी मकसद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार की रात देशवासियों से दीप जलाने को कहा था, जिसका नज़ारा दुनिया ने देखा। इस दौरान प्रधानमंत्री आवास में खुद पीएम मोदी ने भी दीया जलाया, लेकिन इस दौरान सोशल मीडिया पर उनके परिधान को लेकर चर्चा शुरू हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किस अवसर पर क्या पहनते हैं और किस तरह का संदेश देते हैं, इसको लेकर हमेशा चर्चा जारी रहती है। ऐसा ही कुछ रविवार को भी हुआ, जब दीप प्रज्वल्लन के मौके पर पीएम मोदी नीला कुर्ता, सफेद धोती और गमछा डाले हुए नज़र आए। सोशल मीडिया पर लोगों की ओर से इसको लेकर अपने-अपने तर्क दिए गए। ट्विटर यूजर विवेक जैन ने प्रधानमंत्री के परिधान को लेकर लिखा, ‘अगर किसी ने नोटिस किया हो तो ध्यान दें, कुर्ता उत्तर से, धोती दक्षिण से, गमछा पूर्वोत्तर से और पीएम मोदी खुद पश्चिम से...जय हिंद’। क

Babu Jagjeevan Ram : जब बाबू जगजीवन राम को दलित होने के कारण पुरी के जगन्नाथ मंदिर में नहीं घुसने दिया था

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बा बू जगजीवन राम  पूर्व उप प्रधानमंत्री की आज पूण्य तिथि है। स्वतंत्रता सेनानी, सामाजिक समरसता एवं वंचित-शोषित वर्ग के उत्थान हेतु सम्पूर्ण जीवन समर्पित करने वाले बाबू जगजीवन राम जी की 113वीं जयंती मना रहा है। देश में लॉकडाउन होने के कारण लोग सोशल मीडिया के जरिए बाबूजी को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। बाबूजी का पूरा जीवन वंचितों और दलितों को उनके अधिकार दिलाने के लिए समर्पित रहा है।   50 वर्ष्र सांसद और सभी विभागों के कैबिनेट मंत्री रहे   बाबू जगजीवन राम 50 वर्ष सांसद और अभी तक सबसे अधिक समय लगातार कैबिनेट मंत्री रहे देश के सबसे बड़े दलित नेताओं के ज़िक्र में पहला नाम डॉ. भीमराव अंबेडकर का आता है, पर एक और नेता भी थे, जो देश की आज़ादी के साथ ही दलित राजनीति का पोस्टर बॉय बन गए थे। इस नेता के नाम पर लगातार 50 साल तक देश की संसद में बैठने का रिकॉर्ड है। इस नेता के नाम सबसे ज़्यादा करीब 34 बरस तक कैबिनेट मंत्री बने रहने का रिकॉर्ड है। इस नेता के बारे में ईस्टर्न कमांड के लेफ्टिनेंट जैकब ने अपने मेमोराइट्स में लिखा है कि भारत को इनसे अच्छा रक्षामंत्री कभी नहीं मिला, ये नेता

कोरोना : महामारी धर्म या जाति नहीं देखती, जो भी उसके रास्ते में आएगा वही उसका शिकार होगा

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                                             मुबाहिसा : राजेन्द्र मौर्य                                  इन दिनों पूरी दुनिया चीन से शुरू हुई महामारी कोरोना या कोविड-19 से जंग लड़ रही है। प्राकृतिक आपदा भूकंप, तुफान आदि की तरह ही इस महामारी ने भी राज्य, देश की सीमाओं को लांघ दिया है। जाति और धर्म की दीवार को तोड़कर सभी के यहां महामारी दस्तक दे रही है। सभी लोग अपने तरीके से महामारी से स्वयं को बचाने में जुटे हैं। यह साफ है कि महामारी को जहां बचाव और सावधानी से हराया जा सकता है वहीं, समय से इलाज भी महामारी को मात दे सकता है। यह बात साबित भी हो चुकी है कि असावधानी से तमाम लोगों की जान जा रही है वहीं, समय पर इलाज से तमाम पीड़ितों की जान बचाई भी जा रही है। लेकिन यह क्या,  हमारे देश में इस महामारी को भी धर्म के नाम पर बांटने का दुष्प्रचार किया जा रहा है। मान सकते हैं कि निजामुद्दीन मरकज पर धार्मिक आयोजन के दौरान हुई असावधानी ने देश में संक्रमित लोगों की संख्या को बढ़ा दिया है। लेकिन क्या 22 मार्च को जनता कर्फ्यू से पहले                                              (वीडियो: किसी एक को दोष

कोरोना लॉकडाउन : पत्रकारों को भी मिले आर्थिक मदद, प्रधानमंत्री से की मांग

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कोरोना वायरस की महामारी के भय से पूरे देश में लॉकडाउन होने से ग़रीब और मध्यम वर्ग के लोगों के सामने भूख और आर्थिक संकट की समस्या खड़ी हो गयी है। ऐसे में केंद्र सरकार के साथ-साथ सभी राज्य सरकारें लोगों की मदद करने में जुटी हैं। लेकिन जो लोग अपनी जान की परवाह किए बगैर जनसेवा में जुटे हैं, उनकी मदद का ख़याल किसी को नहीं आ रहा है। इनमें स्वतंत्र पत्रकार और छोटे व मध्यम संस्थानों के मीडिकर्मी काफ़ी तंगहाली से गुज़र रहे हैं। ऐसे में मीडियाकर्मियों की आवाज़ को वरिष्ठ पत्रकार एवं दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के महासचिव के.पी. मलिक ने उठाया है। के.पी. मलिक ने एक प्रार्थना पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ध्यान छोटे, मध्यम संस्थानों के मीडियाकर्मियों और स्वतंत्र पत्रकारों की आर्थिक हालत की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए माँग की है कि सरकार देश सेवा में लगे इन लोगों की भी मदद करे।  डॉक्टरों, प्रशासन के साथ कंधे-से-कंधा मिलाकर चल रहे मीडियाकर्मी  !  मलिक ने मीडिया को इस बाबत बताया कि कोरोना वायरस के मद्देनज़र माननीय भारत सरकार द्वारा लॉकडाउन अभियान का पूरा देश पालन कर रहा है।