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Showing posts from July 19, 2021

AFGANISTAN : अफगानिस्तान में क्या फिर लौटेगा तालिबानी आतंक ?

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अफगानिस्तान :  क्या फिर लौटेगा तालिबानी आतंक ? के. विक्रम राव प श्चिमी हिमालय में हिन्दकुश पर्वत  शृंखला पर बसा अफगानिस्तान आज भारत के लिए दहशत फैला रहा है। लुटेरे अहमदशाह दुर्रानी ने 1757 के दौर में हिन्दुस्तान के लिए आतंक पैदा किया था। आज तालिबानी अफगानिस्तान से फिर पश्चिमी सीमावर्ती भारत के सामने खतरा नजर आ रह है। आखिर ऐसा क्यों हुआ और अब क्या मुमकिन है? ये प्रश्न आज भारत को परेशान कर रहे हैं। अगर अफगानिस्तान पर फिर से तालिबान का नियंत्रण हो जाता है, जिसकी आशंका अमेरिकी सेनाओं की वापसी के बाद व्यक्त की जा रही है तो भारत के लिए यह स्थिति कितनी विषम होगी, इसकी फिलहाल कल्पना भी नहीं की जा सकती। किसके लिए क्या खतरा ? 1. भारत के लिए...      भारत ने इस इस्लामी क्षेत्र में ग्यारह हजार करोड़ डालर का निवेश कर रखा है। उसे अब ये तालिबानी हथिया लेंगे। इनमें हजार करोड़ डालर की लागत से निर्मित भव्य संसद भवन भी है। इसका लोकार्पण नरेन्द्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर 25 दिसंबर 2015 को किया था। इसके अध्यक्ष जनाब मीर रहमान रहमानी का निर्वाचन क्षेत्र बाग्रामी अभी मुक्त

MODI GOVT'S MINISTER L. MURUGAN: केंद्रीय मंत्री के मां बाप की मजदूरी सादगी या मजबूरी ?

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 केंद्रीय मंत्री के मां बाप खेतों में करते हैं मजदूरी मुबाहिसा : आर.के. मौर्य     तमिलनाडु के एल मुरुगन मोदी सरकार में बने हैं राज्यमंत्री मुरुगन के मां बाप आज भी गांव में रहकर खेतों में करते हैं मजदूरी  मां बाप के पास नहीं है खुद की कोई जमीन बेटे की उपलब्धियों पर गर्व, लेकिन खुद्दारी से कोई समझौता नहीं  भा रत सरकार में राज्‍यमंत्री बनाए गए एल मुरुगन के मां बाप की इसे मजबूरी कहेंगे या उनका बेहद खुद्दारी वाला सादगी भरा जीवन जीने का अंदाज। भाजपा के इस नवोदित दलित नेता के मां-बाप को देखकर मन में यह पीड़ा और सवाल तो जरूर उठता है कि क्या यह वाकई सादगी भरा जीवन है कि सेवा से मुक्त होने की उम्र में ये बुजुर्ग दंपति दो वक्त की रोटी जुटाने के लिए दूसरों के खेतों और अन्य कार्यों में मजदूरी के वक्त  बेहद कष्ट सहते है, पसीना और कई बार खून बहाते देखे जाते हैं ?,  रोटी की कमी को पूरा करने के ल‌िए राशन की दुकान पर सरकार द्वारा प्रदान करने वाले सस्ते राशन को लेने के ल‌िए घंटों लाइन में लगे रहने को  क्या उनका सादगी भरा जीवन कहा जाएगा या मीडिया में कथित वाहवाही लूटने वाले इस दलित केंद्रीय मंत्री का उनके