किसी भी चुनाव में कांग्रेस की शिकस्त होते ही सभी गैर भाजपा दलों को यह लगने लगता है कि अब कांग्रेस गई और भाजपा के सामने विपक्षी दल की भूमिका में सभी क्षेत्रीय दल और उनके नेता अपने को देखने लगते हैं। पर, यह निर्विवाद बात सत्य है कि भाजपा का राष्ट्रीय स्तर पर मुकाबला अभी तो संभव नहीं लगता है। यही कारण ही भाजपा बार-बार कांग्रेस मुक्त भारत की बात करती है। चूँकि भाजपा और आरएसएस जानती है कि एक बार कांग्रेस खत्म हो जाए तो फिर भाजपा को लंबे समय तक कोई नहीं डिगा पाएगा। हाल ही में दिल्ली जीतने वाली आप में भाजपा प्रायोजित मीडिया अरविंद केजरीवाल में हवा भरने की भरपूर कोशिश कर रहा है कि देशभर में अब केजरीवाल भाजपा के सामने विपक्ष के नेता की भूमिका में आ सकते हैं और वे प्रधानमंत्री पद के बड़े दावेदार बनकर उभर सकते हैं।