यूपी : साहित्यकार गिरिराज किशोर का निधन
 
    प हला  गिरमिटिया के लेखक व पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित  साहित्यकार गिरिराज किशोर का रविवार नौ फरवरी 2020 की सुबह उनके यूपी में  कानपुर स्थित निवास पर निधन हो गया। मूलत: मुजफ्फरनगर निवासी गिरिराज किशोर  कानपुर में बस गए  थे और यहां के सूटरगंज में रहते थे। वह 83 वर्ष के थे। उनके निधन से  साहित्य के क्षेत्र में शोक छा गया।   प्रख्यात साहित्यकार पद्मश्री  गिरिराज किशोर ने अपना देह दान किया है इसलिए सोमवार की सुबह 10:00 बजे  उनका अंतिम संस्कार किया किया। उनके परिवार में उनकी पत्नी दो बेटियां और  एक बेटा है। तीन महीने  पहले गिरने के कारण गिरिराज किशोर के कूल्हे में फ्रैक्चर हो गया था। जिसके  बाद से वह लगातार बीमार चल रहे थे। वह हिंदी के प्रसिद्ध उपन्यासकार  होने के साथ एक कथाकार, नाटककार और आलोचक भी थे। उनके सम-सामयिक विषयों पर  विचारोत्तेजक निबंध विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से प्रकाशित  होते रहे। उनका उपन्यास "ढाई घर" भी बहुत लोकप्रिय हुआ। वर्ष 1991 में  प्रकाशित इस कृति को 1992 में ही साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया  गया था। गिरिराज किशोर का "पहला गि...
