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Showing posts from October 23, 2021

Bed bad trapped Pakistan's PrimeMinister Imran Khan

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 बुरे फंसे इमरान ! बचे रहे मोदी !! के. विक्रम राव               पड़ोसी इस्लामी जम्हूरियाये पाकिस्तान के वजीरे आजम खान मोहम्मद इमरान खान पठान के विषय में कराची दैनिक (जिन्ना द्वारा स्थापित) ''दि डान'' की खबरों के अनुसार विदेश की यात्रा पर इमरान को करोड़ों रुपयों के उपहार मिलते हैं। उन्होंने उसे दुबई में बेचकर अकूत धन कमाया। सरकारी नियम है कि राष्ट्रनायकों को मिले उपहारों को सरकारी खजाने में जमा करना पड़ता है। इमरान ने इस कानून की सरेआम अवहेलना की और निजी मुनाफे में जोड़ लिया।         पाकिस्तान प्रतिपक्ष की नेता मोहतरमा मरियम नवाज शरीफ और मौलाना फजलुर रहमान के अनुसार खाड़ी राष्ट्र के एक अरब शाहजादे ने इमरान को एक कीमती घड़ी पेश की थी, जिसे उन्होंने दूसरे अमीर अरब को बेचकर दस लाख डॉलर (70 लाख रुपये) कमा लिये। नियम यह है कि केवल दस हजार से कम का उपहार साथ ले जा सकते है। इमराने के विशेष सचिव शाहबाज गिल ने बताया कि राष्ट्रीय सूचना आयोग के आदेशानुसार यदि प्रधानमंत्री के मिले उपहारों की कीमत सार्वजनिक कर दी जाये तो राष्ट्र के गौरव को धक्का लगेगा।          अब जाननें की कोशिश करे

Godi Media Exposed Why is the Modi Government not being surrounded on the allrgation of the Governor Satyapal Malik

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गोदी मीडिया की खुल रही पोल, राज्यपाल मलिक के आरोप पर क्यों नहीं घेरी जा रही मोदी सरकार ? मुबाहिसाः आर.के.मौर्य अं बानी और आरएसएस के पदाधिकारी पर मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जिस तरह छाती ठोककर   300 करोड़ रुपये की रिश्वत का आफर देने का गंभीर आरोप लगाया है, यदि इसके 10वें हिस्से की रकम का भी किसी विरोधी दल के नेता पर आरोप लग गया होता, तो देश का गोदी मीडिया चिल्ला-चिल्लाकर न केवल धरती आसमान को सिर पर उठा लेते, बल्कि खुद सीबीआई से लेकर अदालतों का सीन क्रिएट करके टीवी पर ही सजा तक मुकर्रर कर देते, लेकिन देखिए इतना बड़ा आरोप भाजपा के ही राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुके और बिहार, जम्मू-कश्मीर और गोवा के बाद अब मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने लगाया है। उन्होंने साफ किया है कि यदि वह खुद भ्रष्टाचारी होते तो उनके घर पर ईडी और न जाने कौन-कौन एजेंसी वाले छापा मारने पहुंच जाते, चूंकि वह खुद ईमानदार हैं और उनके दामन पर कोई दाग नहीं है, इसलिए सभी छापे मारने वाली एजेंसी प्रधानमंत्री के अधीन होने के बावजूद उनके यहां छापा मारने की हिम्मत नहीं कर सकते हैं।   इसके बावजूद मीडया ने इस खबर को प्रमुखता स