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Showing posts from October 28, 2019

हरियाणा : भाजपा को दोबारा सत्ता, दुष्यंत को देवीलाल की विरासत और कांग्रेस को मिला विपक्ष का लाभकारी मौका

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         मुबाहिसा : राजेन्द्र मौर्य       ह रियाणा में भाजपा+जजपा की सरकार लगभग सभी निर्दलीयों के समर्थन के साथ बन चुकी है। मुख्यमंत्री के रूप में मनोहर लाल खट्टर दोबारा शपथ ले चुके हैं। इसके साथ ही खट्टर पहले एेसे गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बन गए हैं, जिन्होंने लगातार दूसरी बार शपथ ली है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव 2019 में 40 सीटें जीतीं हैं जो बहुमत से छह सीटें कम हैं। जबकि 2014 में भाजपा ने 47 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया था। इस बार बहुमत से दूर रही भाजपा के नेताओं समेत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बात को लेकर खुश हैं कि भाजपा को 2014 में मिले 33.20 फीसदी  से इस बार तीन फीसदी अधिक वोट मिले हैं। लेकिन लोकसभा चुनाव -2019 में ही मिले 58.2 फीसदी से 22 फीसदी कम वोट मिलने के सवाल पर भाजपा नेता बगले झांक रहे हैं। इस विधानसभा चुनाव में जाट बिरादरी और ताऊ देवीलाल की विरासत के असली हकदार के लिए इनेलो सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के दोनों पुत्र अजय चौटाला और अभय चौटाला आमने-सामने आए। जहां ओमप्रकाश चौटाला ने अभय चौटाला को अागे बढ़ाते हुए इनेलो की कम

बादल ने रोका दुष्यंत को कांग्रेस की ओर जाने से

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बादल ने रोका दुष्यंत को कांग्रेस की ओर जाने से                              मुबाहिसा : राजेन्द्र मौर्य                           हरियाणा में भाजपा के खिलाफ चुनाव जीती  जेजेपी के दुष्यंत चौटाला को कांग्रेस की ओर जाने से रोकने के लिए भाजपा  ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री  एवं शिरोमणि अकाली दल सुप्रीमो प्रकाश सिंह बादल को सामने किया। जगजाहिर है कि बादल और देवीलाल की मित्रता सियासत से भी कहीं ऊपर मानी जाती है। ऐसे में बादल ने दुष्यंत को भविष्य के साथ ही वर्तमान  के सभी नफे नुकसान गिनाए और अजय चौटाला को जेल से निकालकर बाहर की खुली हवा में आने की बात ने दुष्यंत को भावुक कर दिया और खुले एजेंडे पर छिपी शर्तों ने दुष्यंत का रास्ता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से मोड़कर भाजपा की ओर कर दिया। परिणाम  सामने मनोहर खट्टर के साथ दुष्यंत ने उपमुख्यमंत्री की शपथ ले ली है। उनको आशीर्वाद देने के लिए अजय चौटाला भी तिहाड़ से बाहर आ गए हैं, जबकि ओमप्रकाश चौटाला तिहाड़ में ही विराजमान हैं। इससे यह भी साफ हो गया है कि अब हरियाणा की राजनीति में देवीलाल की विरासत ओमप्रकाश चौटाला से छिनकर दुष्यंंत के हाथ में आ गई है