Posts

Showing posts from December 28, 2019

जब सभी हिंदू, फिर एक-दूसरे के प्रति विद्वेश कैसा ?

Image
रा ष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के माननीय सरसंघ चालक श्रीमान मोहन भागवत जी ने कहा है कि जो हिंदुस्तान में रहता है वह हिंदू है, चाहे वह किसी भी पूजा पद्धति व कर्म कांड में विश्वास करता है या नहीं भी करता चाहे वह नास्तिक भी क्यों न हो ?  हिंदू धर्म को परिभाषित करते हुए एक मुकदमे का फैसला करते हुए सुप्रीम कोर्ट के एक न्यायाधीश जस्टिस दंडपाणि ने आख्या दी थी कि हिंदू कौन ?, उन्होंने फरमाया जो कर्म भोग, पुनर्जन्म व वेदों की व्यवस्था में यकीन रखता हो वह हिंदू है। हिंदू महासभा के प्रख्यात नेता श्री दामोदर सावरकर के अनुसार जो भी इस हिंदुस्तान को अपनी कर्मभूमि व पुण्यभूमि मानता है, वह हिंदू है। अनेक वर्षों पहले हमारे ऋषियों ने एक श्लोक के माध्यम से इस धरती को नैतिकता व अध्यात्म की धरती कहा था व पूरे विश्व को इससे शिक्षा लेने का आह्वान किया था । "एतद देशसस्य प्रसुतस्य सकाशादग्र जन्मन:", "स्वम् स्वम् चरित्रं शिक्षरेन्पृथिव्यां सर्व मानवा:"। आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती ने तिब्बत अर्थात त्रिविष्टप ( तिब्बत) को सभी मनुष्यों की उतपत्त...

यूपीः भगवा बाबा सलाखों के पीछे, राजनाथ लेते थे आशीर्वाद

Image
वर्ष 2004 में कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती पर बहुचर्चित शंकररामन हत्याकांड में आरोप लगा। बड़े कथावाचक  आसाराम और उसके बेटे नारायण साई पर हत्या और बलात्कार के आरोप लगे और अब बाप-बेटे उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। ऐसे ही तमाम छोटे-बड़े धार्मिक गुरु "घंटालों" राम रहीम, नित्यानंद उर्फ जनार्दन शर्मा, बाबा रामपाल आदि पर समय-समय पर जघन्य अपराधों के आरोप लगते हैं वे जेलों की शोभा बढ़ा रहे हैं या कुछ फरारी में हैं तो कुछ सजा भुगत रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद तेज तर्रार कहे जाने वाले विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, पूंजीपति, बड़े अफसर सार्वजनिक रूप से इन गुरु "घंटालों" से आशीर्वाद लेते फोटो खींचवा लेते है, जिसका नतीजा यह होता है कि इन गुरु "घंटालों" की दुकान चल जाती है। ऐसा ही एक मामला इन दिनों उत्तर प्रदेश का चर्चा में है। जहां दूधिया से गुरु "घंटाल" बने पांच बच्चों के बाप कथित बाबा ने अपने "निनावली सरकार" आश्रम में अपने अंगरक्षक यूपी पुलिस के दरोगा की सर्विस रिवाल्वर से अपने एक सेवक की गोली मारकर हत्या कर दी ...

VIDEO : just comedy

वीडियो : कुछ को मेरा इंतजार है

New Delhi: B.V.Mallikarjunaiah Re-elected as the President of Indian Federation of Working journalists

Renowned Kannada journalist B.V. Mallikarjunaiah has the unanimously elected as the President of the Indian Federation of Working Journalists (IFWJ) for the second consecutive term. His election has been announced today by the Central Returning Officer (CRO) Shankar Dutt Sharma. Shri B.V. Mallikarjunaiah’s name has been proposed and seconded by more than 500 members from ten states. Presently, 27 state units are affiliated to the IFWJ (out of it 23 units are registered with the Registrar of Trade Unions of their respective states).  The IFWJ Working Committee in its meeting held at Raipur on 18th August had decided that the candidature of the contestant should be proposed and seconded by at least 50 members from two states. Shri Mallikarjunaiah has worked in senior positions in many news organisations. His journalistic experience spans more than five decades. He worked for more than forty years for the Kannada Prabha, a prestigious newspaper of Karnataka. In the year 2009, he was...

New Delhi : B.V.Mallikarjunaiah Re-elected as the President of the Indian Federation of Working journalists