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Showing posts from December 3, 2021

Bihar Betiya West Champaran News

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कोरोना से बचाव को सेकेंड डोज लेना है अनिवार्य,अवश्य लें : सीएस  डोर-टू-डोर, वैक्सीनेशन सेंटर, मोबाइल टीका वैन आदि से अभियान चल दिया जा रहा कोविड टीका टीका लेने में ना करें संकोच, एक टीका लेने पर पूर्ण सुरक्षा नहीं सेकेंड डोज़ के लिए जिले के लोगों को किया जा रहा है जागरूक बेतिया, प. चम्पारण (बिहार) : पश्चिमी चम्पारण जिले में स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सेकेंड डोज़ के कोविड टीकाकरण कराने के उद्देश्य से प्रचार प्रसार तेज कर दिया है। ताकि कोविड 19 का सेकेंड डोज़ लेकर लोग कोरोना के आनेवाले वैरियंट से सुरक्षित हो सकें। पश्चिमी चम्पारण के सिविल सर्जन डॉ वीरेन्द्र चौधरी ने बताया कि कोरोना से बचाव को सेकेंड डोज लेना अति अनिवार्य है।कोविड 19 से सुरक्षित रहने में यह मददगार है। टीके का सेकेंड डोज लेने के बाद ही हमारा शरीर कोविड के खतरे को कम कर सकता है। इसलिए आने वाले कोविड के खतरों से बचाव के लिए कोविड टीकाकरण के साथ कोविड प्रोटोकॉल का पालन भी जरूरी है। सिविल सर्जन ने बताया कि जिले भर के क्षेत्रों में लोगों की सुविधाओं के लिए डोर-टू-डोर, वैक्सीनेशन सेंटर, मोबाइल टीका वैन आदि माध्यमों से अभियान चलाकर

Bihar Motihari eastern Champarn News

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 भोजन में न हो पोषक तत्वों की कमी : डॉ प्रीति गुप्ता ठंड से बचें, गर्म वस्त्र पहनें गर्भवती महिलाएं  आयरन, कैल्शियम की सही मात्रा शरीर में आवश्यक समय समय पर बीपी, शुगर इत्यादि जांच जरूरी सदर अस्पताल में सभी आवश्यक सुविधाएं हैं उपलब्ध कोविड से बचने के लिए टीकाकरण भी कराना चाहिए मोतिहारी, पूर्वी चम्पारण (बिहार): पूर्वी चम्पारण जिले के सदर अस्पताल में सामान्य रोग जैसे सर्दी, खांसी, बुखार, शुगर, बीपी, चर्मरोग, के साथ ही कई तरह के इलाज की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहाँ सामान्य रोगों के साथ गर्भवती महिलाओं के इलाज की भी अच्छी व्यवस्था है।" यह कहना है पूर्वी चंपारण के सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार का । उन्होंने बताया कि यहाँ सामान्य रोगों की आधुनिक मशीनों से जाँच व दवाओं के साथ आयरन, कैल्सियम, व अन्य कई प्रकार की दवाएं व सलाह मुफ्त में उपलब्ध हैं। मोतिहारी सदर अस्पताल में सेवारत महिला चिकित्सक डॉ प्रीति गुप्ता ने बताया कि रोजाना यहां 100 से 150 तक मरीज रोज देखें जाते हैं। इनमें गर्भवती व धात्री महिलाएं भी होती हैं। जिनको स्वास्थ्य संबंधित उचित सलाह के साथ इलाज भी किया जाता है। उन्होंने बता

Bihar Motihari eastern Champarn News award to education officer

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बेहतर कार्य करने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी हुए सम्मानित मोतिहारी, पूर्वी चम्पारण (बिहार): माध्यमिक एवं इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2021 के स्वच्छ ,कदाचार मुक्त एवं सफल संचालन, व्यवहृत उत्तर पुस्तिकाओं के बारकोडिंग करने के साथ-साथ मूल्यांकन कार्य में महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा पूर्वी चंपारण मोतिहारी को सम्मानित किया गया । इस हेतु दिनांक 3 दिसंबर 2021 को भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न राजेंद्र प्रसाद के जन्मदिन दिवस पर आयोजित "मेघा दिवस" के अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ,पूर्वी चंपारण, मोतिहारी को सम्मानित किया गया । समारोह का आयोजन ज्ञान भवन, सम्राट अशोक कन्वेंशन हॉल , पटना में  आयोजित किया गया  ।

On the Birth anniversary of Dr. Rajendra Prasad, what was simplycity and who is hypocrite

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 राजेन बाबू की जयंती पर विशेष   सादगी क्या ? ढोंगी कौन ?   के. विक्रम राव                          ''राजेन बाबू'', इसी नाम से पुकारे जाते थे वे। तब राजेन्द्र प्रसाद अपना गमछा  तक नहीं धोते थे। सफर पर नौकर लेकर चलते थे। चम्पारण सत्याग्रह पर बापू का संग मिला तो दोनों लतें बदल गयी। धोती खुद धोने लगे (राष्ट्रपति भवन में भी)। घुटने तक पहनी धोती उनका प्रतीक बन गयी। जब सम्राट जॉर्ज पंचम से बकिंघम महल में 1931 में गांधीजी से भेंट करने गये थे तब वे सूती वस्त्र ही पहने थे। लन्दन का तापमान जीरो डिग्री था। रिपोर्टरों ने पूछा :''ठण्ड नहीं लगी?''  बापू का जवाब था ''सम्राट इतना लबादा ओढे थे जो हम सब के लिये पर्याप्त लगा।''         आजकल तो रिटायर राष्ट्रपति को आलीशान विशाल बंगला मिलता है। राजेन बाबू सीलन में सदाकत आश्रम (कांग्रेस आफिस, पटना) में रहे। दमे की बीमारी थी। मृत्यु भी श्वास के रोग से हुयी। जब उनका निधन हुआ (28 फरवरी 1963) तो उनके अंतिम संस्कार में जवाहरलाल नहीं गये। बल्कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति डा. राधाकृष्णन से आग्रह किया था कि वे भी न जाय

Modi Government sold 2500 Crores CEL for only 200 Crore, did not even listen to ministers, MPs and Company Employees

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2500 करोड़ रुपये की सीईएल को बेच रही मोदी सरकार मात्र 200 करोड़ रुपये में, मंत्रियों और सांसदों की भी नहीं सुनी  मुबाहिसा : आर.के.मौर्य सामान्य से सामान्य समझ वाला व्यक्ति भी  इस बात को जानता है कि हमेशा अनुपयोगी चीज या घाटे में जा रहे बोझ बने संस्थान को ही कोई बेचता है या उससे पीछा छुड़ाता है। पर "मोदी सरकार है तो सब कुछ मुमकीन है", तब तो सरकार के लाभ वाले और बहुउपयोगी सीईएल संस्थान को  मिट्टी के भाव बेचा जा रहा है। देश की राजधानी दिल्ली क्षेत्र में करीब 52 एकड़ जमीन में स्थित सीईएल को मात्र 200 करोड़ रुपये में बेची जा रही है, जबकि इतनी कीमत का तो वहां स्क्रैप और अन्य सामान ही भरा हुआ है। एक हजार करोड़ रुपए की जमीन इसकी जमीन की ही कीमत करीब करीब एक हजार करोड़ रुपये मानी जाती है। कंपनी ऐसी, जिसके सभी उत्पादों की रेलवे और अन्य प्रमुख सरकारी उपक्रमों में आपूर्ति की जाती है। हर वर्ष सरकार को लाभांश देने वाली इस कंपनी में एक हजार स्थायी और अस्थायी कर्मचारियों के भविष्य को दरकिनार कर "बस सब कुछ सस्ते दामों में बेचने पर तुली मोदी सरकार" ने एनडीए में ही शामिल अपने मंत्रियो