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Showing posts from January 5, 2022

JFA urges media persons to abandon security cover

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 JFA urges media persons to abandon security cover Guwahati: Journalists’ Forum Assam (JFA), while appreciating the State government’s decision to judiciously use the government sponsored security cover to individuals in utmost need, urges the concerned media persons  to abandon the same cover voluntarily so that those personnel can be engaged in proper channels. It may be mentioned that the  government in a recent resolution decided to allot personal security officers rationally so that it does not  become a status symbol for politicians (also other individuals). State chief minister Himanta Biswa Sarma, also in charge of home portfolio, announced himself about the decision. He even declared that allotment of government accommodation and security cover to  former State chief ministers will also be curtailed to a greater extent. Sarma finally revealed that, hereafter, PSOs would be made available to those in constitutional posts or in positions that require security cover subject to sc

Dream of former chief minister Akhilesh Yadav

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 अखिलेश का सपना ! के. विक्रम राव                मथुराधिपति ने अखिलेश यादव को ख्वाब में सूचित किया था कि वे दोबारा यूपीपति बननेवाले हैं। किन्तु उनके भाजपाई शत्रुजन इसे मुंगेरीलाल टाइप बताते हैं। यूं तो द्वाराकाधीश मेरे भी स्वप्न में पधारे थे। अखिलेश के पास से वापसी पर। यदुनन्दन कृष्ण, दामोदर, वासुदेव, गोपिकाप्रेमी रुक्मिणीपति राधावल्ल्भ माधव मेरी तंद्रिल अवस्था में मेरे चक्षुओं के समक्ष प्रगट भये थे। वे बोले : ''मेरे वंशज ने ठीक ही कहा, पर अर्धसत्य था। मेरी मांग थी कि मुख्यमंत्री बनना हो तो अखिलेश को मतदान के पूर्व कृष्णमंदिर निर्मित करने का ऐलान करना होगा। गंगातट वाले शिव तथा सरयूतट वाले राम के मंदिरों से यह यमुनातट वाला दिव्यतर हो। अर्थात नाजायज अधिग्रहण द्वारा बनी औरंगजेबी मस्जिद ध्वस्त करनी जरुरी है। शायद अखिलेश सहमत हो जायें। सत्ता के लिये प्रत्येक डील स्वीकार्य होती है। कीमत जितनी भी हो। फिर राजनीति तो अल्पकालीन धर्म होता है कहा था अखिलेश के प्रणेता राममनोहर लोहिया ने।           इस बार 2012 और 2017 के चुनावों की तुलना में टक्कर भी तीव्र होगी क्योंकि सपा प्रमुख को आशंका है

Bihar Motihari eastern Champarn News

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भरत-नेपाल सीमा पर तस्करी थम नहीं रही एसएसबी ने तस्कर को दबोचा मोतिहारी पू चम्पारण(बिहार):71वी वाहिनी एस एस बी सीमा चौकी नायकटोला कैंप के जवानों के द्वारा की गई कार्यवाही में एक तस्कर को सीमावर्ती ग्राम घोड़ासहन के समीप  05 गाय  को बछड़े के  साथ उस समय गिरफ्तार किया गया, जब अवैध तरीके से गायों को नेपाल से भारत तस्करी करके ला रहे थे l गिरफ्तार किये गए व्यक्ति  की पहचान लाल बाबू अंसारी उम्र 21 वर्ष पिता ईमाम मिया अंसारी के रुप में किया गया है। जो  हरपुर बलवा, कलैया, बारा, नेपाल के निवासी है l आवश्यक कागजी प्रक्रिया के पश्चात,जब्त किए गए पशुओं  को तस्कर के साथ पुलिस थाना हरपुर को सौप दिया जायेगा। तथा आगे की करवाई प्रक्रिया किया जाएगा। खाद तस्करी के खिलाफ एसएसबी की लगातार कार्रवाई मोतीहारी, पू चम्पारण (बिहार): 71वी वाहिनी एस एस बी सीमा चौकी बेलदरवामठ  कैंप के जवानों के द्वारा की गई कार्यवाही में एक तस्कर को सीमावर्ती ग्राम इनरवा के समीप  9  बोरी उर्वरक व 4 साइकिल  के साथ गिरफ्तार किया गया है l गिरफ्तार किया गए तस्कर की पहचान रामप्रवेश पासवान, उम्र 25 वर्ष, पिता सूरज पासवान , निवासी जोतपुर ग

Bihar Motihari eastern Champarn News

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डॉ विश्वेश वाग्मी को उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा विविध शास्त्र पुरस्कार मोतीहारी, पू चम्पारण (बिहार):  महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में सहायक आचार्य डॉ विश्वेश वाग्मी को उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा विविध शास्त्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डॉ वाग्मी को संस्कृत की प्राचीन पांडुलिपियों पर लिखी गई रचना के आधार पर उत्तर प्रदेश सरकार ने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया है।  इस अवसर पर केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर संजीव कुमार शर्मा ने डॉ. वाग्मी को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस उपलब्धि पर कुलसचिव प्रो. राजीव कुमार, मानविकी एवं भाषा संकाय के अध्यक्ष प्रो. राजेन्द्र सिंह, संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रसून दत्त सिंह सहित विश्वविद्यालय के समस्त आचार्यों, अधिकारियों, एवं विद्यार्थियों  ने डॉ वाग्मी को बधाई दी । ज्ञातव्य है की डॉ विश्वेश वाग्मी अपने लेखन और व्याख्यानों के माध्यम से भारतीय ज्ञान परंपरा एवं संस्कृति के प्रचार प्रसार में सतत अपना योगदान दे रहे हैं। मोतिहारी नगर के गणमान्य व्