Posts

Showing posts from December 12, 2019

लोकसभा : बसपा सांसद मलूक नागर ने उठाया पत्रकारों को सुविधा का मुद्दा (वीडियो)

Image
   बसपा के सांसद मलूक नागर ने देश में पत्रकारों के पेशे को काफी खतरनाक और जोखिम भरा बताते हुए लोकसभा में कहा कि इस पेशे में लगे लोगों को सुविधा के नाम पर कुछ नहीं मिलता है। वेतन बहुत कम और सुरक्षा के नाम पर उनके परिजनों को कुछ भी नहीं मिल पाता है। सांसद नागर ने लोकसभा में सरकार से मांग की, कि पत्रकारों को सांसदों और विधायकों के साथ ही सरकारी कर्मचारियों की तरह सुविधाओं दी जाएं और उनके लिए  25 लाख रुपये की बीमा योजना शुरू की जाए।

Patrakar Bhawan be Restored to its Owner the IFWJ

Image
Parmanand Pandey, Secretary-General of IFWJ said that Now that the old building of the Patrakar Bhawan of Bhopal has been razed to the ground on the orders of the Hon’ble High Court of Madhya Pradesh at Jabalpur, the Indian Federation of Working Journalists (IFWJ) demands that the land should be restored to us, its original owner. The Patrakar Bhawan was given to the Patrakar Bhawan Samiti in 1969, which comprised the top leadership of the Indian Federation of Working Journalists. The veterans of the IFWJ like the Late Surya Narayan Sharma, the Late V. T. Joshi, Lajja Shankar Hardeniya, Dhanna Lal Shah, Nitin Mehta and Prem Babu Shrivastava were the pillars and the pioneers of Patrakar Bhawan Samiti. The office of Madhya Pradesh Working Journalists Union affiliated to the IFWJ was also housed in Patrakar Bhawan. There were many rooms on the first floor of the Patrakar Bhawan from where the offices of many of the newspapers were operating. A hall was also made in the Patrakar Bh

रामधारी सिंह दिनकर : जो तटस्थ है, समय लिखेगा उनके भी अपराध

Image
"जो तटस्थ है, समय लिखेगा उनके भी अपराध" - रामधारी सिंह दिनकर ढीली करो धनुष की डोरी, तरकस का कस खोलो , किसने कहा, युद्ध की वेला चली गयी, शांति से बोलो? किसने कहा, और मत वेधो ह्रदय वह्रि के शर से, भरो भुवन का अंग कुंकुम से, कुसुम से, केसर से? कुंकुम? लेपूं किसे? सुनाऊँ किसको कोमल गान? तड़प रहा आँखों के आगे भूखा हिन्दुस्तान. फूलों के रंगीन लहर पर ओ उतरनेवाले ! ओ रेशमी नगर के वासी! ओ छवि के मतवाले! सकल देश में हालाहल है, दिल्ली में हाला है, दिल्ली में रौशनी, शेष भारत में अंधियाला है . मखमल के पर्दों के बाहर, फूलों के उस पार, ज्यों का त्यों है खड़ा, आज भी मरघट-सा संसार . वह संसार जहाँ तक पहुँची अब तक नहीं किरण है जहाँ क्षितिज है शून्य, अभी तक अंबर तिमिर वरण है देख जहाँ का दृश्य आज भी अन्त:स्थल हिलता है माँ को लज्ज वसन और शिशु को न क्षीर मिलता है पूज रहा है जहाँ चकित हो जन-जन देख अकाज सात वर्ष हो गये राह में, अटका कहाँ स्वराज? अटका कहाँ स्वराज? बोल दिल्ली! तू क्या कहती है? तू रानी बन गयी वेदना जनता क्यों सहती है? सबके भाग्य दबा रखे हैं किसने अपने कर

टिप्स वीडियो : लेफ्ट साइड करवट सोएं, स्वस्थ रहें

प्रवचन वीडियो : मुसीबत भी जिंदगी का हिस्सा

दिल्ली : जेएनयू में विरोध से नहीं बनी बात, परीक्षा शुरू

Image

दिल्ली : दिव्यांगों ने मांगा रोजगार, मिली लाठियां

Image

दिल्ली : प्रदूषण में एक्यूआई 400 पार

Image

ग्रेटा बनीं टाइम पर्सन अॉफ दा ईयर

Image

दिल्ली : ...तो पास नहीं होगा इमारत का नक्शा

Image

निर्भया कांड : फांसी की सुन दरिंदों की रुह कांपी, घट

Image

गुजरात : दंगों में मोदी को नानावती आयोग की क्लीन चिट

Image

दिल्ली : पेट की आग ने जला दी जिंदगी

Image

यूपी : "पानीपत" का विरोध सड़कों पर आया

Image
हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी संजय दत्त की फिल्म पानीपत का विरोध सड़कों पर आ गया है। विरोध कर रहे जाट समाज का आरोप है कि फिल्म में इतिहास को तोड़ मरोड़़ कर पेश किया गया है। फिल्म में जाट समाज के अग्रज महाराजा सूरजमल को अपमानित ढंग पेश किया गया है। पश्चिमी यूपी में शामली जाट समाज के मुख्य जिलों में से एक माना जाता है। शामली में महाराजा सूरजमल पब्लिक स्कूल के हजारों छात्र-छात्राओं ने सड़कों पर उतर कर अनुशासित ढंग से जुलूस निकाला और कलक्ट्रेट में जिलाधिकारी  को ज्ञापन देकर "पानीपत" फिल्म के प्रदर्शन को बंद  करने की मांग की गई।  जुलूस में     महाराजा सूरजमल पब्लिक स्कूल के  प्रबन्धक श्यामपाल सिंह, डॉक्टर सतेन्द्र वर्मा एवं महाराजा सूरजमल पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राएं शामिल थे। चेतावनी दी गई कि फिल्म का प्रदर्शन बंद होने तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

वीडियो : हंसी की फव्वारा

वीडियो : ईश्वर तो हमारे दिल में है

वीडियो : दोष तो दृष्टि में है

हाली पानीपती : सबको मीठी निगाह से देखो

Image
'तुम अगर चाहते हो मुल्क की खैर न किसी हम वतन को समझो गैर हो मुसलमान उसमे या हिन्दू बौद्ध मजहब हो या के हो ब्रह्मू जाफ़री होवे या के हो हनाफ़ी जैन मत होवे या के होवे वैष्णवी सब को मीठी निगाह से देखो समझो आँखों की पुतलियाँ सबको '               'हाली पानीपती '

नागरिकता संशोधन बिल : राज्यसभा से भी पास, पक्ष में 125, विरोध में 105 वोट पड़े

Image
राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास वोटिंग के दौरान बिल के पक्ष में पड़े 125 वोट वोटिंग में बिल के विरोध में कुल 105 वोट ही पड़े लोकसभा के बाद नागरिकता संशोधन विधेयक अब राज्यसभा से भी पास हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में दोपहर 12 बजे नागरिकता संशोधन बिल पेश किया, जिसके बाद इस बिल पर ऊपरी सदन में चर्चा हुई। इस दौरान विपक्षी नेताओं ने जमकर हंगामा किया। चर्चा के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने अपना जवाब सदन के समक्ष प्रस्तुत किया। जिसके बाद राज्यसभा में यह ऐतिहासिक बिल पास हो गया। बिल के पक्ष में 125 वोट पड़े राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर हो रही वोटिंग के दौरान बिल के पक्ष में 125 और विपक्ष में 105 वोट पड़े. वोटिंग में कुल 230 वोट पड़े थे। शिवसेना ने वोटिंग प्रक्रिया से दूर रहने का फैसला लिया। अब नागरिकता विधेयक को संसद के दोनों सदनों से मंजूरी मिल गई है। इसके बाद विधेयक पर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह कानून बन जाएगा. आसानी से पास हुआ बिल राज्यसभा में कुल सदस्य 245 हैं, लेकिन फिलहाल पांच सीटें रिक्त हैं. जिसके चलते राज्यसभा