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Showing posts from May 31, 2020

Review of Dr.Ashok Mishra's Book : डॉ.अशोक मिश्रा की किताब का विमोचन

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वरिष्ठ पत्रकार एवं शिक्षाविद डॉ अशोक मिश्रा की किताब का विमोचन हिंदी पत्रकारिता दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में किया गया।

HINDI JOURNALISM DAY: CORONA ATTACK ON HINDI JOURNALISM

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Hindi Journalism is to Emerge Strong after Corona Time Lucknow. Indian federation of Working Journalists (IFWJ) today organised a Webinar on ‘ Hindi journalism: Future and its Challenges’ on the occasion of Hindi Patrakarita Diwas. All speakers were of the view that while the media as a whole is passing through the economic recession, Hindi media like others has also been very badly hit during the Corona time. Hundreds of media houses have pulled down their shutters and thousands of employees have either lost their jobs or their wages have been drastically reduced.  The latest issue of the Hindi monthly ‘Media Manch’ being published from Lucknow for the last twenty-two years was also released on this day. The IFWJ Vice President Hemant Tiwari told that the Media Manch is distinct from other newspapers and magazines because it is not brought out by any industrial house but by a dedicated journalist T B Singh. The magazine is closely associated with the problems of the public. ...

Hindi JOURNALISM DAY : कोरोना की बड़ी चोट हिंदी पत्रकारिता पर

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कोरोना काल में अर्थव्यवस्था पर चोट भारी पड़ी है हिन्दी पत्रकारिता पर लखनऊ। कोरोना संकट के इस दौर में अर्थव्यवस्था पर पड़ी चोट ने पहले से ही तमाम संकटों से जूझ रही हिन्दी पत्रकारिता को खासा नुकसान पहुंचाया है। हालांकि बड़े बाजार और निरंतर प्रगति कर रही हिन्दी पत्रकारिता का आने वाला दौर बेहतर होने की उम्मीद बरकरार है। हिन्दी पत्रकारिता दिवस के मौके पर शनिवार को इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट (आईएफडब्लूजे) की ओर कोरोना काल में हिन्दी पत्रकारिता से सामने चुनौतियां विषय पर आयोजित वेबिनार में संगठन के प्रधान महासचिव परमानंद पांडे ने कहा कि निस्संदेह अर्थव्यवस्था पर चोट ने पहले से नाजुक रहे मीडिया सेक्टर और खासकर हिन्दी व भाषाई पत्रकारिता को भारी नुकसान पहुंचाया जिसका नतीजा बड़े पैमाने पर छंटनी और वेतन कटौती के रुप में देखने को मिल रहा है। हालांकि उनका कहना है कि हिन्दी पत्रकारिता पहले की तरह इस खतरे से भी उबरेगी और बेहतर दिशा में कदम बढ़ाएगी। इस वेबिनार का आयोजन आईएफडब्लूजे के साथ बीते 22 सालों से अनवरत प्रकाशित हो रही हिन्दी मासिक पत्रिका मीडिया मंच ने मिल कर किया था। इस मौक...