Posts

Showing posts from July 18, 2021

DANISH SIDDHIQi : तस्वीरों में सच का जादूगर दानिश हमेशा आएगा याद

Image
 तस्वीरों में सच का जादूगर दानिश हमेशा आएगा याद भा रतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी अपने जीवन की अंतिम सांस तक तस्वीरों के जरिए दुनिया को अफगानिस्तान के हालातों से रूबरू कराते रहा। अब दानिश जब हमारे बीच नहीं हैं, मगर उनके काम हमारे बीच हमेशा जिंदा रहेंगे। सच बोलतीं खींची गई उनकी तस्वीरें हमेशा उनको फोटोग्राफी के जादूगर के रूप में याद रखेंगी। शायद उनकी फोटोग्राफी के जादू का ही कमाल रहा कि  दानिश सिद्दीकी को उनके बेहतरीन काम के लिए पत्रकारिता का प्रतिष्ठित पुलित्जर अवॉर्ड भी मिला।  दानिश सिद्दीकी ने रोहिंग्या शरणार्थियों की समस्या को अपनी तस्वीरों से दिखाया था और ये तस्वीर उन तस्वीरों में शामिल है, जिसकी वजह से उन्हें 2018 में पुलित्जर अवॉर्ड मिला था। आम जनमानस की भावना को तस्वीरों से दिखाते थे फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी अपनी तस्वीरों के जरिए आम आदमी की भावनाओं को सामने लाते थे। दिल्ली दंगा हो या कोरोना से हाहाकार, रोहिंग्या शरणार्थियों की बात हो या फिर अफगानिस्तान में जंग के हालात, हर जगह के हालात तो दानिश ने अपनी तस्वीरों के सामने देश और दुनिया को दिखाया। यह तस्वीर

China & AMERICA : चीन-अमेरिका शीत युद्ध व उसके वैश्विक सरोकार

Image
  चीन-अमेरिका शीत युद्ध व उसके वैश्विक सरोकार ची न एवं अमेरिका के बीच शीतयुद्ध तथा उनके  संबंधों  का तीसरी दुनिया पर असर, विषय पर नित्यनूतन वार्ता के 362वें सत्र में चर्चा में मुख्यवक्ता प्रसिद्ध कवि एवं नवभारत टाइम्स के संपादक चंद्र भूषण रहे। श्रोताओं में वार्ता की दिलचस्पी व सक्रिय भागीदारी का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि समय सीमा डेढ़ घंटे निश्चित होने के बावजूद यह सवा दो घंटे तक चली और इसमें प्रश्नों की झड़ी लगी रही।  चंद्र भूषण जी, विषय के न केवल मर्मज्ञ विद्वान हैं, वहीं उन्होंने हर दृष्टि से उसका समग्र मूल्यांकन भी किया। मुख्य वक्ता बेशक किसी खास राजनीतिक विचारधारा के पक्षधर हों, परंतु अपने व्याख्यान में अपने विषय का हर पक्ष रखा, जो हर प्रकार के पूर्वाग्रहों से मुक्त था। चीन की राजनीतिक, सामाजिक व आर्थिक स्थिति को उन्होंने विकासशील बताया परंतु उनकी यह बात भी प्रासंगिक रही कि अमेरिका आज अनेक जातीय नस्लों, रंग व क्षेत्रों का एक सामूहिक समूह है और यह ही उसे संयुक्त राष्ट्र बनाता है जबकि अन्य देश अपने राष्ट्रवादी पहचान से मुक्त नहीं हो पाए। चंद्र भूषण का मानना र