Modi Government sold 2500 Crores CEL for only 200 Crore, did not even listen to ministers, MPs and Company Employees

  • 2500 करोड़ रुपये की सीईएल को बेच रही मोदी सरकार मात्र 200 करोड़ रुपये में, मंत्रियों और सांसदों की भी नहीं सुनी 





  • मुबाहिसा : आर.के.मौर्य


सामान्य से सामान्य समझ वाला व्यक्ति भी  इस बात को जानता है कि हमेशा अनुपयोगी चीज या घाटे में जा रहे बोझ बने संस्थान को ही कोई बेचता है या उससे पीछा छुड़ाता है। पर "मोदी सरकार है तो सब कुछ मुमकीन है", तब तो सरकार के लाभ वाले और बहुउपयोगी सीईएल संस्थान को  मिट्टी के भाव बेचा जा रहा है। देश की राजधानी दिल्ली क्षेत्र में करीब 52 एकड़ जमीन में स्थित सीईएल को मात्र 200 करोड़ रुपये में बेची जा रही है, जबकि इतनी कीमत का तो वहां स्क्रैप और अन्य सामान ही भरा हुआ है।

  • एक हजार करोड़ रुपए की जमीन

इसकी जमीन की ही कीमत करीब करीब एक हजार करोड़ रुपये मानी जाती है। कंपनी ऐसी, जिसके सभी उत्पादों की रेलवे और अन्य प्रमुख सरकारी उपक्रमों में आपूर्ति की जाती है। हर वर्ष सरकार को लाभांश देने वाली इस कंपनी में एक हजार स्थायी और अस्थायी कर्मचारियों के भविष्य को दरकिनार कर "बस सब कुछ सस्ते दामों में बेचने पर तुली मोदी सरकार" ने एनडीए में ही शामिल अपने मंत्रियों, सांसदों के साथ ही निरंतर विरोध प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों के धरना और प्रदर्शन को नजर अंदाज कर दिया। आखिर देश को किस रास्ते पर ले जाया जा रहा है ? सरकार जनसरोकर का दायित्व छोड़ कर व्यापारी की सोच लाभ और हानि की नीति क्यों अपना रही है? इस सवाल का जवाब देना तो दूर मोदी सरकार अपनी हठधर्मी और तानाशाही का रवैया अपनाए हुए है। यही कारण है कि लाखों लोगों को रोजगार देने वाले सरकारी उपक्रमों और उद्यमों को बस बड़े पूंजीपतियों को बेचने पर तुली है। काश एक बार यूपी में इसी तर्ज पर मायावती सरकार द्वारा बेची गई मिट्टी के दाम चीनी मिलों के अंजाम को भी याद कर लिया जाए तो बेहतर होता। यह लोकतंत्र है, सरकार बदलने के लिए बस जनता के मूड बदलने की देरी होती है। इसको नेताओं से अच्छा कोई नहीं समझता है चूंकि चुनावी मौसम बदलते ही लाभ हानि में हिस्सेदार बगलगीर नेता और बड़े बड़े औहदेदार अफसर सबसे पहले पाला बदलते हैं। और सत्ता का मुखिया कानूनी गलियारों में अकेले मोटी फीस लेने वाले वकीलों के साथ धक्के खाते घूमता है। उस समय मिट्टी के दाम उपक्रमों और उद्यमों को खरीदने वाले "राजपूत" तो सत्ता के गलियारों में अपने नए ठिकानों पर सत्ता गवां चुके मुखिया का मजाक उड़ाते दिखते हैं।


  • सीईएल एक नजर में 


सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन भारत सरकार का एक उद्यम है। इसकी स्थापना 1974 में देश की राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं और अनुसंधान एवं विकास संस्थानों द्वारा विकसित की गई थी। स्वदेशी प्रौद्योगिकियों के व्यावसायिक उपयोग के उद्देश्य से इसकी स्थापना की गई थी।

  • कई बार मिले पुरस्कार

सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने अपने स्‍वयं के अनुसंधान और विकास प्रयासों तथा रक्षा प्रयोगशालाओं सहित अग्रणी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं के साथ मिलकर देश में पहली बार कई उत्पाद विकसित किए हैं। इन सभी प्रयासों की मान्यता में सीईएल को कई बार प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिसमें डीएसआईआर द्वारा आर एंड डी के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी शामिल है।

  • एसपीवी में अग्रणी कंपनी

सीईएल सौर फोटोवोल्टिक (एसपीवी) के क्षेत्र में देश में अग्रणी कंपनी है और इसने अपने स्वयं के अनुसंधान एवं विकास प्रयासों के साथ प्रौद्योगिकी विकसित की है। इसके सौर उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय मानकों आईईसी 61215/3/61730  के लिए अर्हक बनाया गया है।

  • एक्सल सिस्टम विकसित किया

सीईएल ने एक्सल काउंटर सिस्टम भी विकसित किया है, जिसका उपयोग रेलवे सिग्नलिंग सिस्टम में ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के लिए किया जा रहा है। रेलवे के उत्पादों में यूनिवर्सल फ़ेल सेफ ब्लॉक इंटरफ़ेस का उपयोग करते हुए सिंगल सेक्शन डिजिटल एक्सल काउंटर्स (एसएसडीएसी), हाई अवेलेबिलिटी एसएसडीएसी (एचए-एसएसडीएसी), मल्टी-सेक्शन डिजिटल एक्‍सल काउंटर (एमएसडीएसी) और ब्लॉक प्रोसेसिंग द्वारा एक्‍सल काउंटर (बीपीएसी) शामिल हैं। इन उत्पादों को सीईएनईएलईसी मानकों के अनुसार डिजाइन बनाया गया है और इनका विकास किया गया है।

सीईएल ने रणनीतिक अनुप्रयोगों के लिए कई महत्वपूर्ण संघटक भी विकसित किए हैं और यह रक्षा के लिए इन वस्तुओं की आपूर्ति कर रहा है।


  • सीईएल का लक्ष्य


 विशेष रूप से ग्रामीण उपयोग हेतु सौर फोटोवोल्टाइक ऊर्जा के क्षेत्र में तथा रेलवे सुरक्षा और सिग्नलिंग इलेक्ट्रॉनिक्स, माइक्रोवेव फेज कंट्रोल मॉड्यूल्‍स और साथ ही सुरक्षा प्रणालियों, नाभिकीय उपकरणों और मेट्रो इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली जैसे क्षेत्रों में विविधता लाने के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनना इसका महत्वपूर्ण लक्ष्य रहा है।

सीईएल की दूरदर्शिता ही कहेंगे कि ऊर्जा और रणनीतिक इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्रों में भारत की अत्‍यन्‍त विश्‍वसनीय कम्‍पनी बनने के निरंतर प्रगति की ओर है। 

  • पीजोइलेक्ट्रिक सिरेमिक

सीईएल भारत में 1976 के बाद से विभिन्न प्रकार के पीजेडटी तत्वों के निर्माण में अग्रणी है। सीईएल कम शक्ति व अधिक शक्त्‍िा के अनुप्रयोगों के लिए विभिन्‍न ग्रेड के पीजो सिरेमिक तत्‍व बनाती है। पीजेडटी-5 ए, पीजेडटी-5एच, पीजेडटी-5जे कम शक्ति के लिए हैं व पीजेडटी-4, पीजेडटी-8 उच्च शक्ति अनुप्रयोगों के लिए। पीजो सिरेमिक तत्‍वों को आवश्‍यकता किसी भी शेष अथवा साइज में बनाया जा सकता है। ये भौतिक, रासायनिक और पीजोइलेक्ट्रिक विशेषताओं के साथ और अधिक बहुमुखी हैं। इनका विशिष्ट अनुप्रयोगों के अनुरूप निर्माण किया जा सकता हैं। सिरेमिक को किसी भी अपेक्षित आकार अथवा माप में निर्मित किया जा सकता है।

  • अल्प ऊर्जा प्रणालियों में उपयोग

पीजेडटी-5ए का अल्‍प ऊर्जा प्रणालियों एवं अन्‍य अनुप्रयोगों में प्रयोग किया जाता है। जहां उच्च डाईइलेक्ट्रिक कान्‍सटेन्‍ट, उच्च वोल्टेज संवेदनशीलता, मात्रा प्रतिरोधकता और व्यापक तापमान सीमा में स्थिरता आवश्यक है। अल्‍प विद्युत ट्रांसड्यूसर, ध्वनिक संवेदन तत्वों, दोष अन्‍वेषण जांच, पीजो इग्‍नीशरस, चिकित्सा अनुप्रयोगों आदि के निर्माण हेतु सबसे उपयुक्त है।

  • उच्च अनुप्रयोगों के लिए उपयोग

पीजेडटी-4 उच्च शक्ति अनुप्रयोगों के लिए उपयोग किया जाता है। उच्च ड्राइविंग क्षेत्र के अन्‍तर्गत उच्च इलेक्ट्रो मैकेनिकल कपलिंग व उच्च कोएरसिव क्षेत्र आवश्‍यक है। यह पदच्‍युत किए बिना अधिक एसी ड्राइविंग क्षेत्र को स्वीकार करता है और उच्च शक्ति विद्युत ध्वनिक उपकरणों, अल्ट्रासोनिक क्लीनर, उच्च वोल्टेज जनरेटर, उच्च शक्ति सोनार, औद्योगिक उपकरणों आदि के लिए पूर्ण अनुकूल है।


  • उच्चतम विद्युत ड्राइव का शानदार विकल्प

पीजेडटी-8 का उच्च शक्ति अनुप्रयोगों के लिए प्रयोग किया जाता है। जब उच्चतम विद्युत ड्राइव की आवश्यकता हो तो यह एक शानदार विकल्प है। उत्कृष्ट डाइलेक्ट्रिक स्थिरता और उच्च ड्राइव हालत में, अल्‍प मैकेनिकल क्षति के कारण, इसका अल्ट्रासोनिक वेल्डिंग, अल्ट्रासोनिक मिश्रण/ फैलाव, अल्ट्रासोनिक सर्जरी और कुछ रसायन विज्ञान के लिए उपयोग किया जाता है।इसी तरह पीजेडटी-5जे का अल्‍प ऊर्जा अनुप्रयोगों के लिए प्रयोग किया जाता है जहां, उच्च परमिटीविटी और उच्च पीजो इलेक्ट्रिक वोल्टेज स्थिरता आवश्यक हो। इस सामग्री का फ़्यूज़, हाड्रोफोन्स और अन्य अनुप्रयोगों में प्रयोग किया जाता है जहां उच्च ऊर्जा और उच्च वोल्टेज की एक साथ आवश्यकता है। जबकि पीजेडटी 5 एच कम बिजली अनुप्रयोगों के लिए प्रयोग किया जाता है।  जहां अत्यंत उच्च परमिटीविटी, युग्मन गणांक सह-कुशल और पीजो इलेक्ट्रिक  आवेश गुणांक आवश्यक यह क्षेत्रीय सेंसर, स्तर सेंसर, एक्‍च्‍युएटर और गतिमापकों, बजर अल्ट्रासोनिक एनडीटी अनुप्रयोगों और सामग्री इमेजिंग अनुप्रयोगों के लिए एक उत्कृष्ट सामग्री है।

  • माइक्रोवेव इलेक्ट्रॉनिक्स

फेज शिफटरस इलैक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड फेज शिफटर सरणी एंटेना के लिए महत्वपूर्ण तत्व हैं, जो कि एन्टिना की भौति‍क रूप से दिशा बदले बिना एंटिना बीम को वांछित दिशा में मोड देते हैं। इलेक्ट्रॉनिक फेज शिफटर की जड़ता रहित स्कैनिंग के लिए, फेज शिफटर एन्टिना प्रणाली में अपनी क्षमता उपयोगिता और मात्रा आवश्यकता के कारण इलेक्ट्रॉनिक फेज शिफटर का विशेष महत्व है।

सीईएल विश्‍व की उन कुछ कम्‍पनियों में से एक है, जिन्‍होंने सी और एक्स बैंड फेराइट फेज शिफटर का सर्वप्रथम उत्पादन प्रारम्‍भ किया है। सीईएल द्वारा आपूर्तित फेराइट फेज शिफटर देश में ही विकसित उत्पाद है और सीईएल इसके डिजाइन में इस्तेमाल विभिन्न सामग्री/घटकों के लिए पूर्णत: आत्‍म निर्भर हैंं।

सीईएल ने फेज शिफटर की बड़ी मांग को पूरा करने के लिए विभिन्न उत्पादन सुविधाओं का विकास किया है। फेज शिफटर की माप-तोल पूरी तरह से अनुकूलित सॉफ्टवेयर के उपयोग द्वारा निर्धारित व पूर्णत: स्वचालित है।

सीईएल द्वारा अनुकूलित विनिर्देशों के साथ फेराइट फेज शिफटर का विकास किया जा सकता है। स्‍वदेशी डिजाइन, उपयोगकर्ता की आवश्यकता के अनुसार अनुकूलित किया जा सकता है।

  • ढाई हजार करोड़ की कंपनी है सीईएल

सीईएल केंद्र का पीएसयू है यह कम से कम ढाई हजार करोड़ की कंपनी है इस कंपनी को कौड़ियों के भाव केवल 200 करोड़ रुपए में बेचा जा रहा है और जिसको बेचा गया है  उसका  कंपनी  चलाने का कोई रिकॉर्ड नहीं है पहले से इसके पास कोई कंपनी नहीं है। इसका टर्नओवर ₹120 करोड़ का टर्नओवर है पिछले 3 साल से कोई बैलेंस शीट नहीं है। ऐसी नॉन टेक्निकल कंपनी को बेचा गया है। मोदी सरकार पर खरीदार कंपनी से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कर्मचारियों ने कहा है कि वे इसकी कड़ी निंदा करते हैं, भर्त्सना करते हैं और विरोध करते हैं। कर्मचारियों ने यह चेतावनी भी दी है कि हम किसी भी कीमत पर इस कंपनी को हैंड ओवर नहीं होने देंगे उसके लिए हम प्रोटेस्ट कर रहे हैं और मैनेजमेंट ने पार्टी से मिलकर आंदोलन खत्म करने के लिए पुलिस बुलाई है और  मैनेजमेंट का कहना है अपनी सीट पर जाओ नहीं सबके  पुलिस के डंडे पड़ेंगे।






















  • साभार, 
  • आर. के.मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार.
  • नई दिल्ली. 



Comments

  1. Clear case of corruption

    Besides so lower price, company sold to a pvt ltd company having no manufacturing experience..

    Modi Govt is arranging fund through this way to win election.

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  2. Please save Assets of the country....How can this scam is going on? 2000 Cr company is selling only in 200 Cr. Why?

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  3. https://www.punjabnewsexpress.com/chandigarh/news/privatization-of-cel-neither-justifiable-nor-in-public-interest-eas-sarma-153808

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