भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जन्मदिन मनाया गया।तमाम नेताओं ने उनको शुभकामनाएं दीं। कई नेताओं ने उनकी योग्यता का बखान करके मोदी सरकार के जनविरोधी और आर्थिक रूप से नुकसानदायक निर्णयों की कड़ी निंदा की।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में जिस तरह फ्रंट पर आकर योगी सरकार के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है वह सीधे 2022 के विधानसभा चुनाव की रणनीति के तहत मानी जा रही है। हर मुद्दे को लेकर सड़क पर आंदोलन का रुख करने से वह जनता में संदेश देना चाहती हैं कि जनता ने सपा, बसपा और भाजपा को कई कई बार मौका दिया। इन पार्टियों ने जाति, धर्म में बांटने और नफरत की आग में धकेलने का काम किया। अब समय आया है और वह कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी के रूप में प्रदेश सरकार के लिए जनता को नया विकल्प देना चाहती हैं। प्रदेश में 30 वर्ष से कांग्रेस सत्ता से बाहर है, एेसे में वह सबसे पहले पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम कर रही हैं । इसी के तहत इन दिनों प्रियंका गांधी सीएए को लेकर सड़कों पर हैं। सीएए के खिलाफ अांदोलन के पीड़ितों के घरों पर पहुँच कर सीधा संपर्क बनाकर कांग्रेस को एक बार फिर जनता से जोड़कर जमीनी तौर पर कांग्रेस को मजबूत करने की जुगत में हैं। इसी अभियान के तहत वह पश्चिमी यूपी के मेरठ और मुजफ्फरनगर में पहुँची और पीड़ितों से मिलीं।
देश में चल रही भाजपा की मुहिम में एक और कांग्रेसी राज्यसभा सांसद संजय सिंह बीजेपी में शामिल हो गए हैं। संजय सिंह की पत्नी अमिता सिंह भी बीजेपी में हुईं शामिल। संजय सिंह पहले भी कांग्रेस छोड़ चुके हैं। वह स्वयं को सियासत में मजबूत बनाए रखने के लिए ऐसा करते रहते हैं।
वर्ष 2004 में कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती पर बहुचर्चित शंकररामन हत्याकांड में आरोप लगा। बड़े कथावाचक आसाराम और उसके बेटे नारायण साई पर हत्या और बलात्कार के आरोप लगे और अब बाप-बेटे उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। ऐसे ही तमाम छोटे-बड़े धार्मिक गुरु "घंटालों" राम रहीम, नित्यानंद उर्फ जनार्दन शर्मा, बाबा रामपाल आदि पर समय-समय पर जघन्य अपराधों के आरोप लगते हैं वे जेलों की शोभा बढ़ा रहे हैं या कुछ फरारी में हैं तो कुछ सजा भुगत रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद तेज तर्रार कहे जाने वाले विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, पूंजीपति, बड़े अफसर सार्वजनिक रूप से इन गुरु "घंटालों" से आशीर्वाद लेते फोटो खींचवा लेते है, जिसका नतीजा यह होता है कि इन गुरु "घंटालों" की दुकान चल जाती है। ऐसा ही एक मामला इन दिनों उत्तर प्रदेश का चर्चा में है। जहां दूधिया से गुरु "घंटाल" बने पांच बच्चों के बाप कथित बाबा ने अपने "निनावली सरकार" आश्रम में अपने अंगरक्षक यूपी पुलिस के दरोगा की सर्विस रिवाल्वर से अपने एक सेवक की गोली मारकर हत्या कर दी
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