मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का उपवास राजनीतिक तमाशा नई दिल्ली। लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान ने कहा कि नरेंद्र मोदी उपवास के जरिए वह खुद को धर्मनिरपेक्ष नेता के तौर पर पेश करने का प्रयास कर रहे हैं और प्रधानमंत्री के पद को ध्यान में रखकर अपनी छवि में सुधार करना चाह रहे हैं। पासवान का कहना है कि प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी उम्मीदवारी को चमकाने के लिए मोदी का यह सब राजनीतिक ड्रामा है। उच्चतम न्यायालय ने जहां उनके मामले को राज्य में निचली अदालत को स्थानांतरित कर दिया है वहीं मोदी इन राजनीतिक तमाशों के जरिए अपनी कथित धर्मनिरपेक्ष छवि को पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘इस देश में प्रधानमंत्री बनने के लिए किसी व्यक्ति में धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय की दो महत्वपूर्ण पहचान होनी चाहिए,. लेकिन इन उपवासों से राष्ट्रीय और धर्मनिरपेक्ष दर्जा हासिल करने में उन्हें कभी मदद नहीं मिलेगी।
पासवान ने कांग्रेस नेता शंकर सिंह वाघेला को भी निशाने पर लिया. वह मोदी के उपवास की प्रतिक्रिया में इसी तरह का उपवास कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘पार्टी में सांप्रदायिकता से लड़ने के प्रति वचनबद्धता का अभाव है। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने दलितों और मुस्लिमों के बारे में सिर्फ बातचीत करने के अलावा और कुछ नहीं किया है. अगर आप सांप्रदायिकता के खिलाफ और सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष कर रहे हैं तो आपको प्रतिबद्ध होने की आवश्यकता है. लेकिन कांग्रेस में उस प्रतिबद्धता का अभाव है। लोजपा अपनी भविष्य की रणनीतियों की योजना बनाने के लिए अपने सदस्यों के लिए सोमनाथ में तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण सत्र का आयोजन कर रही है।










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