आज मैं हरियाणा के करनाल में समाज साक्षी समाचार पत्र के तीन वर्ष पूरे होने पर आयोजित समारोह में शामिल हुआ l जिसमें मैंने मुख्य वक्ता के रूप में पत्रकारिता के सामने चुनौती विषय पर विचार रखे l
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प्रेस परषिद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू ने सही कहा जयपुर में एक व्याख्यानमाला को संबोधित करते हुए भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू ने बिल्कुल सही कहा है कि गरीबी, बेकारी, स्वास्थ्य एवं शिक्षा से जुड़ी समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए मीडिया अफीम का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि धर्म, फिल्म और क्रिकेट की तरह मीडिया भी अफीम की तरह काम कर रहा है, लेकिन यह स्थिति ज्यादा चलने वाली नहीं है। फिल्मी सितारों की छोटी-मोटी हरकतों, हलचलों को मीडिया पहले पन्ने पर स्थान देता है, जबकि गरीबी के कारण मरने वाले किसानों पर उसका ध्यान नहीं जाता। हाल ही में हुए एक फैशन शो का जिक्र करते हुए काटजू ने कहा कि इस शो को 512 मान्यता प्राप्त पत्रकारों ने कवर किया, लेकिन इससे कुछ ही दूर रहने वाले किसानों तथा बुनकरों की बदहाली पर इन पत्रकारों का ध्यान नहीं गया। उन्होंने यह भी कहा कि आज गरीबी, बेकारी और चिकित्सा से जुड़ी कई समस्याएं हैं। चपरासी के एक पद के लिए हजार आवेदन आ जाते हैं। सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा से परेशान मरीजों को झोला छाप डॉक्टर ठग रहे हैं, लेकिन मीडिया क...
दलित बनाम गैर दलित साहित्यकार लखनऊ में प्रगतिशील लेखक संघ की 75वीं वर्षगांठ कार्यक्रम के बाद दलित और गैर दलित साहित्यकारों में मुंहभाषा हो रही है। इस मुंहभाषा में साहित्यकारों की सोच के साथ ही उनकी गुटबाजी का भी एक बार फिर खुलासा हो रहा है। लखनऊ में प्रलेस के कार्यक्रम में जेएनयू के प्रो. डा. तुलसीराम की आत्मकथा मुदर्हिया की समीक्षा को लेकर श्यौराज सिंह बेचैन के आरोपों से शुरू हुई यह मुंहभाषा रुकने का नाम नहीं ले रही है। श्यौराज सिंह बेचैन का यह आरोप कि गैर दलित साहित्यकार दलितों की पीड़ा को न तो समझते हैं और न ही उसको ठीक ढंग से लिख सकते हैं। बेचैन जी का मैं बहुत सम्मान करता हूं, लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि मुदर्हिया तो एक दलित ने ही अपनी आत्मकथा लिखी है फिर उस पर उनको क्यों एतराज है? जहां तक साहित्यकारों की बात है, वह स्पष्ट तौर पर अकाट्य है कि कोई भी साहित्यकार अपनी कल्पना शक्ति के जरिए अपने पात्रों को न केवल बनाते हैं बल्कि उनको हीरो और विलेन साबित करते हैं। इ...
मूल्यानुगत मीडिया अभिक्रम समिति ने प्रो. संजय द्विवेदी का किया सम्मान प्रो.संजय द्विवेदी की अध्यक्षता में आयोजित हुई मूल्यानुगत मीडिया अभिक्रम समिति की बैठक मूल्यानुगत मीडिया अभिक्रम समिति की बैठक में भविष्य की कार्ययोजनाओं पर हुई चर्चा नई दिल्ली। मूल्यानुगत मीडिया अभिक्रम समिति के अध्यक्ष प्रो. संजय द्विवेदी को भारतीय जनसंचार संस्थान नई दिल्ली का महानिदेशक नियुक्त किए जाने पर समिति की ओर से ऑनलाइन सम्मान समारोह आयोजित किया गया। समारोह की अध्यक्षता भी प्रो.संजय द्विवेदी ने की। जिसमें मूल्यानुगत मीडिया अभिक्रम समिति के संचालन परिषद व कोर कमेटी के पदाधिकारियों सहित देशभर से अनेक वरिष्ठ पत्रकार शामिल हुए। इस समारोह में मूल्यानुगत मीडिया अभिक्रम समिति की भविष्य की कार्ययोजनाओं पर भी चर्चा की गई। बता दें कि दिसंबर 2019 में मध्यप्रदेश के इंदौर में हुए समिति के चुनाव में प्रो. संजय द्विवेदी को अध्यक्ष चुना गया था। समारोह की शुरूआत में समिति की ओर से सचिव बी.के. डॉ रीना ने प्रो. संजय द्विवेदी का सम्मान किया। समिति के संस्थापक व वरिष्ठ पत्रकार प्रो.कमल दीक्षित ने प्रो.द्विवेदी का सम्मान करने के...
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