बेटी बांसुरी में सुषमा स्वराज की झलक : मोदी






दिल्ली के जवाहर लाल स्टेडियम में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को अंतिम विदाई के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सुषमा जी को जो भी जिम्मेदारी दी जाती थी, वह पूरे दिल से पूरा करती थीं। उन्होंने एक बार पहले भी लोकसभा चुनाव न लड़ने का फैसला किया था। इस बार भी उन्होंने चुनाव लड़ने से मना किया। लेकिन जब हमने कर्नाटक जाने के लिए कहा तो उन्होंने तुरंत स्वीकार कर लिया। मोदी ने कहा कि सुषमा जी ने चुनाव के बाद बिना किसी नोटिस के स्वयं सरकारी आवास खाली कर दिया। उनके व्यक्तित्व में विचारों की गहराई थी। जम्मू कश्मीर की समस्या और धारा 370 पर वह बहुत बोली, संघर्ष किया। सुषमा की बेटी बांसूरी ने मुझे बताया कि 370 हटने के बाद वह बहुत खुशी-खुशी अस्पताल गईं थीं। सूट-बूट और प्रोटोकॉल वाले विदेश मंत्रालय को पीपल्स कॉल में परिवर्तित कर दिया। विश्वभर में फैले भारतीयों के सुख दुख की समस्या को मंत्रालय का मिशन बनाया। पूरे देश में 500 से ज्यादा पासपोर्ट ऑफिस खुलवाए। मोदी ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र में मुझे जब पहली बार बोलना था, उन्होंने कहा आपकी स्पीच कहां है ? मैंने कहा मैं बोल लूंगा। उन्होंने कहा ऐसा नहीं होता भाई। फिर रात में हमने बैठकर भाषण तैयार किया। उनकी विरासत को संभालना उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उनकी झलक बेटी बांसुरी में है। श्रद्धांजलि सभा में सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज ने सभी का आभार जताया।  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह,  अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल, केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान, बसपा के सतीश मिश्रा, जदयू सांसद राजीव रंजन, शिवसेना के वरिष्ठ नेता अरविंद सामंत, पूर्व केंद्रीय मंत्री व आरजेडी के वरिष्ठ नेता प्रेमचंद गुप्ता, अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल ने भी सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि दी।

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