खगड़िया (बिहार) जिला स्थित केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के पैतृक गांव शहरबन्नी के निकट कमला बागमती नदी के फुलतोड़ा घाट पर उनके छोटे भाई स्व. रामचंद्र पासवान के अस्थि विसर्जन के दौरान, अपने लोकप्रिय नेता को अंतिम विदाई देने के लिए लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा और रामचंद्र पासवान अमर रहें के नारों से आसमान गूंज उठा। पटना शोक सभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत मंत्री विभिन्न दलों के नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
mirror of society : समाज का आईना है "फीका लड्डू"
समाज का आईना है "फीका लड्डू" वरिष्ठ साहित्यकारों ने की डॉ पुष्पलता की पुस्तक फीका लड्डू की समीक्षा" समीक्षक एवं संपादक साहित्यकार डॉ अलका वशिष्ठ ने कहा , तीन बार पढ़ चुकी हूँ कहानी, बहुत सारे भाव विचार और प्रश्न उमड़ रहे हैं। यह दाम्पत्य जीवन की कड़वी सच्चाई है। आकर्षण दैहिक हो या मानसिक यदि एकतरफा हो तो बिखराव बना रहता है। ना जाने कितने दम्पति इस त्रासद अवस्था को झेल रहे हैं। समाज का आईना है ये कहानी। कहावत भी है शादी ऐसा लड्डू है,जो खाए वो पछताए,ना खाए वो भी । इस कहानी ने दिमाग में हलचल मचा दी है। हिंदुस्तान के सम्पादक सूर्यकांत द्विवेदी ने कहा बहुत ही सुंदर कहानी है। अद्यतन पढ़ता चला गया। बाकमाल। बड़ा पेड़ पौधे को नहीं पनपने देता। जीवन के अंतर्द्वंद्व को बहुत सुंदरता से आपने लिखा है। यशपाल सिंह संपादक "जनवाणी"ने कहा यथार्थ उतारा है कागजों पर । वरिष्ठ साहित्यकार एवं समीक्षक डॉ राम गोपाल भारतीय ने कहा ,कथाकार डॉ पुष्पलता की कहानी फीका लड्डू गृहस्थ जीवन में पल- पल बदलते काल्पनिक और यथार्थपूर्ण मनोभावों का सजीव दस्तावेज है लेखिका को बधाई। गिरीश पंकज
Comments
Post a Comment