अब डीएनए भी छपना बंद
बंद कर दिया है। इस अखबार के भी अंतिम अंक के पहले पेज पर छापी गई सूचना में अखबार को डिजिटल से मिल रही चुनौती को ही बड़ा कारण बताया गया है। हालांकि इससे भी बड़ा कारण यह माना जा रहा है कि जी ग्रुप के मालिक एवं सांसद सुभाष चंद्रा इन दिनों विजय माल्या के नक्शेकदम पर चलकर दिवालिया होने की कगार पर पहुंच चुके हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टाइल टोपी लगाकर काफी चर्चित हुए सुभाष चंद्रा इन दिनों कंगाली के द्वार पर अपना कारोबार समेट रहे हैं। डीएनए की छपाई बंद होना भी इसी का परिणाम है।
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