केजरीवाल ; दिल्ली का बेटा बनने तक का सफर

केजरीवाल के आगे कमल सूंघने से परहेज, हाथ को झटका
दिल्‍ली विधानसभा में मतगणना के बाद फिर आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार और अरविंद केजरीवाल का मुख्‍यमंत्री बनना तय है। आप 70 में से 62 सीटों पर बढ़त बनाई है। वहीं भाजपा को सिर्फ आठ सीटों पर बढ़त बनाई है।  आप के संयोजक और दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी जीत के प्रति आश्वस्त होकर दिल्ली वासियों का आभार जताया है।       दिल्ली में पूरी ताकत झोंकने बावजूद मोदी-शाह की जोड़ी कोई करिश्मा नहीं दिखा पाई। कुछ राज्यों के चुनाव में जिस तरह क्षेत्रीय दलों को जनता तरजीह दे रही है, वह स्थानीय प्रशासन को चुस्त दुरुस्त करने की  मंशा के साथ ही अधिकाधिक सहूलियत की उम्मीद करती है। दिल्ली में बिजली और पानी की उपलब्धता और सस्ता करने पर दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल को पसंद किया है और तीसरी बार उनकी भारी जीत यही साबित करती है कि जनता कुछ भी कर सकती है। जनता को अब केवल नारों से बेवकूफ नहीं बनाया सकता है। सरकार उम्मीदों पर खरा उतरेगी तो बार-बार जीतेगी और नाउम्मीदी पर कांग्रेस की तरह शून्य पर भी पहुँच सकते हैं।




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