IAS Rani Nagar(Video): इस्तीफा मंजूर नहीं होने पर और शोषण की आशंका
- आईएएस रानी नागर का इस्तीफा नामंजूर, यूपी कैडर करने की सिफारिश
एक जानकारी के मुताबिक भाजपा राज्यसभा सांसद सुरेन्द्र सिंह नागर और
केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल सिंह गुर्जर के दबाव के चलते हरियाणा सरकार ने
आईएएस अधिकारी रानी नागर का इस्तीफा
नामंजूर कर दिया है। साथ ही रानी नागर का हरियाणा कैडर बदलकर यूपी कैडर किए
जाने के लिए भी केंद्र सरकार को सिफारिश कर दी है। सुरेन्द्र नागर ने इस मामले में गत दिनों नागर ने कहा था कि रानी नागर को इंसाफ मिलेगा और उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया जाएगा।
- रानी नागर चाहती हैं अपना इस्तीफा स्वीकार कराना
हरियाणा सरकार द्वारा इस्तीफा नामंजूर किए जाने के विपरित पूर्व
मुख्यमंत्री एवं बसपा सुप्रीमो मायवती के पैतृक गांव बादलपुर की बेटी रानी
नागर का कहना है कि अगर मेरा इस्तीफा
मंजूर नहीं होता है तो मेरा और शोषण होता रहेगा। उन्होंने अपना इस्तीफा
स्वीकार नहीं होने के लिए आंदोलन और बिरादरी के जरिए हरियाणा सरकार पर दबाव
बनाने वाले सभी लोगों से अनुरोध किया है कि वे इसके लिए कोई प्रयास न
करें। रानी नागर का मानना है कि यदि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया तो
फिर सरकार उनका और अधिक शोषण कर सकती है। इस बीच रानी नागर ने ट्वीट
कर कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। इस्तीफा देने के बाद चंडीगढ़ से लौट कर
गाजियाबाद आईं रानी नागर ने ट्वीट कर व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने
आरोप लगाया है कि चंडीगढ़ में रहने के दौरान उनके साथ गलत व्यवहार हुआ।
- रानी नागर का मानना : 'मेरा इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ तो और शोषण होगा'
आईएएस रानी नागर ने नोएडा और गाजियाबाद के लोगों से अपील की है कि वे उनके
इस्तीफे के
लिए आग्रह और आंदोलन न करें। रानी नागर ने कई सारे ट्वीट्स करके अपना पक्ष
रखा है। उन्होंने यह भी कहा है, 'इस्तीफा स्वीकार ना होने से मेरा और अधिक
शोषण होगा। आगे सरकारी नौकरी कर पाना मेरे लिए संभव नहीं होगा। ज्यादा समय
तक मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ और मेरा एनपीएस फंड मुझे ना मिला तो
मेरे भूखे मरने की नौबत आ जाएगी।' उल्लेखनीय है कि दोनों जनपद में गुर्जर
बिरादरी का बड़ी जनसंख्या के साथ ही अच्छी ताकत मानी जाती है। इस समय इन
जनपदों से भाजपा में राज्यसभा सांसद सुरेन्द्र नागर गुर्जर नेताओं में काफी
ताकतवर माने जाते हैं और उन्होंने इस मामले में हरियाणा सरकार पर काफी
दबाव बनाया हुआ था। जिसका परिणाम हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर
ने न केवल रानी नागर का इस्तीफा नामंजूर कर दिया, बल्कि उनका हरियाणा कैडर
बदलकर यूपी कैडर करने के लिए भी केंद्र सरकार को सिफारिश कर दी है।
- इस्तीफा देने वाली आईएएस रानी नागर ने ट्वीट कर लगाए कई आरोप
- ट्वीट में रानी ने लिखा, चंडीगढ़ में रहने के दौरान मेरे साथ गलत व्यवहार हुआ
- ट्वीट में यह भी लिखा कि गेस्ट हाउस में कई बार खाने में स्टेपलर पिन मिले
- खाने में डालकर दी जाती थीं लोहे की पिन
ट्वीट कर आईएएस रानी नागर ने कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि
चंडीगढ़ में रहने के दौरान उनके साथ गलत व्यवहार हुआ। रानी नागर ने लिखा कि
चंडीगढ़ में गेस्ट हाउस में कई बार उनके खाने में स्टेपलर पिन मिले।
उन्होंने लिखा, 'लॉकडाउन और कर्फ्यू में गेस्ट हाउस को जनता के लिए बंद कर
दिया गया लेकिन मुझे और मेरी बहन रीमा नागर को गेस्ट हाउस में ही रखा गया।
इस दौरान हमें खाना भी नहीं मिला। हमने बड़ी मुश्किल से तरल पदार्थ गुजारा
किया।'
- रानी नागर भी रही हैं विवादों में
आईएएस रानी नागर इससे पहले 2018 में भी विवादों में आ चुकी हैं। उन्होंने
एक आईएएस अधिकारी पर गलत व्यवहार का आरोप लगाया था। इसके बाद कैब ड्राइवर
पर भी अभद्रता का आरोप लगाया था। इसके अलावा हरियाणा के सिरसा में तैनाती
के दौरान उन्होंने एक ऑटो ड्राइवर से अपनी जान का खतरा बताया था।
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