CHIRAG PASWAN'S ASHIRWAD YATRA : आशीर्वाद यात्रा में 800 वाहनों का काफ़िला
- आशीर्वाद यात्रा से पहले धरने पर बैठे चिराग, नहीं मिली अंबेडकर मूर्ति पर माल्यार्पण की इजाजत
रामविलास पासवान की पांच जुलाई को जयंती है. इस मौके पर
उनके बेटे और लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चिराग पासवान आशीर्वाद यात्रा
शुरू करने जा रहे हैं।
बिहार
में एक बार फिर राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई हैं. आज (5 जुलाई) पूर्व
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की जयंती है. इस मौके पर उनके बेटे और लोक
जनशक्ति पार्टी के सांसद चिराग पासवान आशीर्वाद यात्रा शुरू करने जा रहे
हैं. यात्रा शुरू होने से पहले ही विवाद हो गया है. पटना में अंबेडकर
मूर्ति पर माल्यार्पण की इजाजत न मिलने को लेकर चिराग पासवान धरने पर बैठ
गए हैं।
- चिराग पासवान की आशीर्वाद यात्रा में 800 से अधिक गाड़ियों का काफिला
दिवंगत दलित नेता स्वर्गीय पिता राम विलास पासवान के जन्मदिन पर लोजपा सांसद चिराग पासवान ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत हाजीपुर की धरती को नमन करते हुए आशीर्वाद यात्रा का शुभारंभ किया। चिराग को दोपहर के 2:30 बजे हाजीपुर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचना था, लेकिन निर्धारित समय से 2 घंटा लेट वे पासवान चौक के करीब पहुंचे। इस दौरान उनके साथ हजारों कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए चल रहे थे।
- हजारों की भीड़, जोरदार स्वागत ने चिराग में भरा जोश
महात्मा
गांधी सेतु पार करते ही सड़क के दोनों ओर चिराग समर्थकों की भीड़ काफी बढ़
गई। चिराग इस दौरान अपनी गाड़ी की छत पर बैठे रहे। फूल-मालाओं से उनका
स्वागत होता रहा। चिराग पासवान के साथ 800 से भी अधिक गाड़ियों का काफिला चल
रहा है। चिराग पासवान अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार समारोह
स्थल की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने जढुआ में चुहरमल बाबा की प्रतिमा पर
माल्यार्पण किया और पैर छूकर प्रणाम किया है। इससे पहले पटना-हाजीपुर मुख्य
सड़क पर कार्यकर्ताओं ने बाजे-गाजे और घोड़ों के साथ चिराग का स्वागत किया।
हालांकि वैशाली जिला प्रशासन ने इनमें से किसी भी कार्यक्रम की अनुमति नहीं
दी है।
- चाचा पारस के खिलाफ जंग का ऐलान
लोजपा
सांसद चिराग पासवान ने आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत से पहले दिल्ली में अपनी
मां और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पिता रामविलास पासवान की जयंती पर
'पासवान' नाम की पुस्तक का विमोचन किया। इस दौरान चिराग ने मीडिया से बात
की। उन्होंने कहा कि मैं शेर का बेटा हूं, कभी नहीं डरूंगा, लोग हमें
तोड़ने की कितनी भी कोशिश कर लें। इस दौरान अपने पिता को याद करते हुए
चिराग भावुक हो गए। चिराग
पासवान ने कहा कि बिहार के लोग ही मेरी ताकत हैं, आज मैं और मेरी मां
अकेले हैं। काश हमारे चाचा साथ खड़े होते, लेकिन वो नहीं हैं। उन्होंने कहा
कि एक परिवार ने हमें धोखा दे दिया, लेकिन दूसरा परिवार हमारे साथ है। हम
आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं, जो पूरे बिहार को कवर करेगी ये
सिर्फ लोगों का आशीर्वाद लेने के लिए है, ना कि ताकत दिखाने के लिए।
- भावुक हो गए चिराग
आशीर्वाद यात्रा
की शुरुआत से पहले नई दिल्ली में चिराग ने मीडिया से बात की, उन्होंने कहा
कि वह अपनी लड़ाई लड़ते रहेंगे, इस दौरान अपने पिता को याद करते हुए चिराग
पासवान भावुक भी हो गए। रामविलास पासवान के आवास पर सोमवार की सुबह पूजा का आयोजन किया
गया। चिराग पासवान और परिवार के अन्य सदस्य इस दौरान मौजूद रहे,
पार्टी के समर्थक भी भारी संख्या में यहां पहुंचे। पूजा के बाद चिराग पासवान पटना के लिए
रवाना हुए।
नई दिल्ली में अपने पिता की जयंती पर चिराग पासवान ने कहा कि बिहार और वहां के लोग
ही मेरी ताकत हैं, आज मैं और मेरी मां अकेले हैं. काश हमारे चाचा साथ खड़े
होते, लेकिन वो नहीं हैं. मैं अपने पिता की प्रेरणा से आगे बढ़ूंगा, शेर
का बेटा हूं और संघर्ष के रास्ते पर ही चलूंगा.
इस मौके परचिराग
पासवान ने कहा कि एक परिवार ने हमें धोखा दे दिया, लेकिन दूसरा परिवार
हमारे साथ है. हम आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं, जो पूरे बिहार को
कवर करेगी ये सिर्फ लोगों का आशीर्वाद लेने के लिए है, ना कि ताकत दिखाने
के लिए।
- पटना में हवाई अड्डे पर चिराग का जोरदार स्वागत
आशीर्वाद यात्रा शुरू करने के लिए पटना पहुंचे चिराग
पासवान काहवाई अड्डे पर हजारों की भीड़ ने पहुंचकर गर्मजोशी के साथ जोरदार
स्वागत किया। खुले वाहन में बड़े काफिले के साथ निकले चिराग पासवान को बाबा
साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करने की इजाजत नहीं दी
गई तो उन्होंने धरना देकर आपने रोष प्रकट किया। उन्होंने कहा कि सरकार
बाबा साहेब की मूर्ति को ताले में बंद कर सकती है, लेकिन मेरे दिल से बाबा
साहेब को कतई अलग नहीं कर सकती है। कुछ देर तक धरना देने के बाद चिराग अपने
काफिले के साथ हाजीपुर के लिए रवाना हो गए, जहां से उनकी आशीर्वाद यात्रा
शुरू की जाएगी।
- आशीर्वाद लेने के लिए पूरे बिहार की यात्रा करूंगाः चिराग
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा कहा
जा रहा है कि मैं अपनी ताकत दिखाने के लिए आशीर्वाद यात्रा पर निकला हूं।
यह गलत है। मुझे किसी को कोईताकत नहीं दिखानी है, ताकत कमजोर लोगों को
दिखाने की आवश्यकता होती है। मैं तो शेर का बेटा हूं और बिहार की ताकत मेरे
पास है, यह हमेशा हमारे समर्थकों ने साबित की है। आज भी पटना पहुंचते ही
जिस तरह अपार भीड़ जुट रही है और उनका जोश बता रहा है कि पार्टी तोड़ने
वाले लोगों को अपनी ताकत का खुद अहसास हो जाएगा। मेरा उद्देश्य केवल बिहार
की जनता का आशीर्वाद लेना है। मैं इसके लिए बिहार के कोने-कोने में जाऊंगा
और उनसे अपना जुड़ाव बढाउंगा। किसी भी पार्टी की ताकत सांसद नहीं होते
बल्कि असली ताकत जनता होती है। जनता ही सांसद और विधायक बनाती है। जनता ही
धोखा देने वाले सांसदों को उनकी औकाता बताएगी।
- पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
रामविलास
पासवान की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि आज मेरे मित्र रामविलास पासवान जी की
जयंती हैं, मैं उनकी कमी महसूस करता हूं. वह देश के सबसे अनुभवी सांसदों,
राजनेताओं में से एक थे. पिछड़े वर्ग के लिए किया गया उनका योगदान हमेशा
याद किया जाएगा.
- पशुपति पारस ने भी किया पासवान को याद
एक
ओर चिराग पासवान ने आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की हैं, तो उनके चाचा और
लोक जनशक्ति पार्टी तोड़कर अलग हुए पशुपति पारस भी अपने भाई ने रामविलास पासवान
को ट्वीटर पर याद किया। पटना में कब्जाए गए पार्टी दफ्तर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
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