Punjab : नवजोत उभरे, कैप्टन पस्त पड़े
प्रदेश अध्यक्ष बनते ही नवजोत सिद्धू की ताकत बढ़ी
पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार से इस्तीफा देने के बाद राजनीतिक हाशिए पर दिख रहे नवजोत सिंह सिद्धू जैसे ही पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष बनाए गए तो उनकी ताकत उभरी है। उन्होंने अपनी इस ताकत को दिखाने के लिए अमृतसर में श्री दरबार साहिब में 62 विधायकों के साथ माथा टेका। जिससे साफ है की कैप्टन अमरेंद्र सिंह उनके सामने पस्त हो गए हैं। 83 विधायकों वाली कांग्रेस में 62 सिद्धू के साथ होने का मतलब साफ है कि कैप्टन अमरेंद्र निरंतर कमजोर हो रहे हैं और सिद्धू की ताकत निरंतर बढ़ रही है।
- सुनील जाखड़ भी दिखे साथ
नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रधान बनाए जाने के
बाद बुधवार को अमृतसर में शक्ति प्रदर्शन किया। कांग्रेस के 83 में से 62
विधायकों के साथ उन्होंने श्री दरबार साहिब में माथा टेका। उनके साथ पूर्व
पंजाब कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ भी मौजूद रहे। श्री दरबार साहिब में
नतमस्तक होने के बाद वह जलियांवाला बाग और श्री दुर्गियाणा मंदिर भी पहुंचे
और माथा टेका। यह पूरी कसरत नए पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू का 'पावर
शो' है। इससे सिद्धू के पंजाब कांग्रेस में मजबूत होने और सीएम कैप्टन
अमरिंदर सिंह खेमे के कमजोर पड़ने का संकेत मिलता है।
श्री दरबार साहिब में सुबह काफी संख्या में लाेग उमड़ पड़े। पूरा परिसर
कांग्रेसियों से अटा पड़ा रहा। इससे पहले होली सिटी स्थित उनकी कोठी पर
सुबह कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, मंत्री सुखजिंदर सिंह
रंधावा के अलावा बड़ी संख्या में विधायक पहुंचे। श्री दरबार साहिब परिसर
में दाखिल होते ही सिद्धू व विधायकों ने 'जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल'
के जयकारे लगाए। खास बात यह भी रही कि पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान
सुनील जाखड़ भी सिद्धू के साथ नजर आए। दोपहर करीब 01:40 बजे सिद्धू माथा टेकने के लिए मुख्य भवन में दाखिल हुए।
नवजोत सिंह सिद्धू और उनके साथी विधायकों की टीम करीब डेढ़ घंटा श्री दरबार
साहिब परिसर में रही। सिद्धू ने दंडवत होकर माथा टेका और सारी टीम के साथ
परिक्रमा की। इसके बाद सिद्धू अपनी टीम के साथ दरबार साहिब से वापस रवाना
हो गए। लौटते समय सिद्धू खेमे की बस जलियांवाला बाग के बाह भी रुकी। सभी
वहां नतमस्तक हुए और दोबारा बस में सवार हो गए। न्यूज एजेंसी एएनआई के
अनुसार सिद्धू की कोठी पर कांग्रेस के 83 में से 62 विधायक पहुंचे। ऐसे में
सिद्धू मजबूत दिख रहे हैं और सवाल उठ रहे हैं कि क्या कैप्टन अमरिंदर सिंह
कमजोर पड़ गए हैं।
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