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हंसी का फव्वारा : एमएलए खरीदे बेचे जाते हैं (वीडियो )
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26 नवंबर : भारतीय संविधान दिवस
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हमारे देश भारत का "प्रथम नागरिक राष्ट्रपति होता है और 27 वें नागरिक भारत की जनता" श्री रामनाथ कोविंद भारत के 14 वें राष्ट्रपति हैं। भारत के संविधान के अनुसार भारत का राष्ट्रपति देश का प्रथम नागरिक है। संविधान के अनुसार एक पूरी लिस्ट तैयार की गयी है जिसमें यह बताया गया है कि पहले स्थान पर कौन है और उसके बाद 27 वें स्थान जनता तक कौन-कौन है। चलिए देखते हैं पूरी लिस्ट... "भारत का प्रथम नागरिक" : देश का राष्ट्रपति। "द्वितीय नागरिक" : देश का उप राष्ट्रपति। आपको बता दें इस समय भारत के उप राष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू हैं। "तृतीय नागरिक" : प्रधानमंत्री। इस समय भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी हैं। "चतुर्थ नागरिक" : राज्यपाल। (संबंधित राज्यों के सभी) "पंचम नागरिक" : देश के पूर्व राष्ट्रपति और पंचम (अ) देश के पूर्व उपराष्ट्रपति। "छठवाँ नागरिक" : भारत के मुख्य न्यायधीश और लोकसभा अध्यक्ष। "सप्तम नागरिक" : केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री (संबंधित सभी राज्यों के), योजना आयोग के उपाध्यक्ष, पूर...
कांशी (वाराणसी): पंचानन को प्रणाम
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कांशी की पौराणिक मान्यता यह है कि यहां स्वयं भगवान शिव विराजमान है । शंकर अर्थात कल्याणकारी । मैं इस बहस में नहीं पड़ता कि भगवान तो हर जगह विद्यमान हैं फिर यहां ही क्या विशेष । आर्य समाजी पृष्ठभूमि की वजह से हम मुर्ति पूजक नहीं हैं, परन्तु किसी की प्रार्थना अर्चना की क्या विधि है, मैं इसे व्यक्तिगत रूप से लेता हूँ । खैर, भगवान विश्वनाथ, शिव-शम्भू का ही नाम है और उनका एक और अत्यंत प्रिय नाम है "पंचानन" अर्थात पांच मुँह हैं, जिनके। आप इसकी शाब्दिक व आकृतिक व्याख्या पर न जाएं, परन्तु वैदिक व्याख्या यह है कि शिव अपने इन पांच मुखों से ही भोग अथवा आहुति स्वीकार करते हैं। इनमें एक मुख है मूक-बधिर व शारीरिक रूप से अन्य अक्षम व्यक्ति की सेवा करना अर्थात उन्हें सक्षम बनाकर स्वावलम्बी बनाना । कांशी में भगवान विश्वनाथ के दो मंदिर हैं। एक पुरातन मंदिर व दूसरा इसी मंदिर में महात्मा गांधी द्वारा हरिजन प्रवेश के बाद मीरघाट में स्वामी करपात्री जी के द्वारा बनवाया मंदिर । इन दोनों मन्दिरों में भगवान शिव के लिंग रूप की स्थापना कर पूजा होती है। पर इन दोनों मन्...
सुभाष चंद्रा ने जी समूह का चेयरमैन पद छोड़ा
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देश में पहला निजी टीवी चैनल देने वाले जी समूह के चेयरमैन एवं सांसद 69 वर्षीय सुभाष चंद्रा ने आखिर अरबों के कर्ज से तंग होकर जी समूह के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। अब वह गैर कार्यकारी निदेशक ही रहेंगे। कंपनी में मौजूदा समय उनकी हिस्सेदारी पांच फीसदी मानी जाती है। कैसी विडंबना है कि हाल ही तक वह यूपी समेत तमाम भाजपा सरकार वाले प्रदेशों में निवेश की लंबी चौड़ी घोषणाएं करते घूमते दिखते थे। नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टाइल की टोपी लगाकर अपने टीवी चैनलों पर दिखाए जाने वाले छात्रों के लिए स्पेशल शो में सफलता के बड़े टिप्स देते दिखते थे। एेसे में कर्ज चुकाने के लक्ष्य में असफलता हाथ लगने पर सुभाष चंद्रा का जी समूह के चेयरमैन पद से इस्तीफा देना एक नया सबक देता है और कई सवाल भी खड़े करता है।
Amar Ujala Invest 130 crore in healthcare segment
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Cygnus Medicare currently has more than 1,000 beds across its 10 super speciality hospitals in Delhi and Haryana Leading media firm Amar Ujala Ltd has acquired a majority stake inCygnus Medicare, which operates a chain of super specialty hospitals, for around Rs 130 crore as part of its expansion plans in the healthcare segment. Cygnus Medicare currently has more than 1,000 beds across its 10 super speciality hospitals in Delhi and Haryana. "We have concluded a deal of around Rs 130 crore with Cygnus Medicare to take over their 10 hospitals and added our two hospitals in the overall portfolio," Amar Ujala Ltd Director Probal Ghosal told to News Agencies . The company has acquired a majority share in Cygnus Medicare with management control, he added. On raising of funds for the acquisition, Ghosal said, "It is through internal accru...
नई दिल्ली : राजभवन उपनिवेशवादी मानसिकता से मुक्त हों : राष्ट्रपति
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बनारस : मुर्दों का नहीं जिंदादिली का शहर
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इस शहर का कोई सानी नहीं, बाबा विश्वनाथ की इस पौराणिक नगरी में मैं मरना नहीं जीना चाहता हूं । भले ही इस शहर में दूरदराज से भी लोगों के शव उनके देवलोक की प्राप्ति हेतु अन्त्येष्टि के लिए लाए जाते हों, पर यह मुर्दों का नहीं जिंदे लोगों की ज़िंदादिली का शहर है । यह शहर है भगवान बुद्ध, संत कबीर, रैदास, स्वामी दयानंद, महात्मा गांधी व उनके प्रिय मित्र महामना पंडित मदन मोहन मालवीय का, यह नगरी है मुंशी प्रेमचंद, बिस्मिल्ला खान, मकबूल फिदा हुसैन और ऐसे ही अनेक जीवंत लोगों की जो जिंदगी है जिंदगी की जीत में यकीन करते है । और यह शहर है हमारी अत्यंत स्नेही बेटी-मित्र सुनैना पाठक बनारसी का जिसका स्नेह भरा आमंत्रण हमें यहां खींच लाया । सुप्रसिद्ध कवि व रचनाकार श्री केदारनाथ सिंह ने अपने इस शहर की खूबसूरती को अपने ही अंदाज़ से इस तरह बयान किया है । बनारस इस शहर में वसंत अचानक आता है और जब आता है तो मैंने देखा है लहरतारा या मडुवाडीह की तरफ़ से उठता है धूल का एक बवंडर और इस महान पुराने शहर की जीभ किरकिराने लगती है जो है वह सुगबुगाता है जो नहीं है वह फेंकने लगता है...
यूपी : बनारस में यूआरआई का अधिवेशन
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यूनाइटेड रेलेजियेन्स इनिसिएटिव (संयुक्त धर्म पहल) के 22से 24 नवम्बर तक बनारस में चले तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में निर्मला देशपांडे संस्थान के प्रतिनिधि के रूप में भाग लेने का अवसर मिला । इसमे पूरे देश के लगभग हर क्षेत्र से शामिल प्रतिनिधियों के अतिरिक्त नेपाल, श्रीलंका ,बांग्लादेश के सदस्य भी शामिल थे । अधिवेशन के लिये भारत की पौराणिक सांस्कृतिक नगरी वाराणसी का चयन निश्चित रूप से प्रशंसनीय रहा । यह नगरी धर्म नगरी तो है ही उसके साथ-२ सर्वधर्म समभाव व समाज सुधारकों की कर्मभूमि भी है जिन्होंने यहीं रह कर पाखण्ड व अंधविश्वास को चुनौती देकर धर्म के उदार स्वरूप को रखा था । संगीत ,कला व दस्तकारी को एक नए रूप में यहाँ के सिद्धहस्त कलाकारों ने निरूपित किया है । यू आर आई एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसकी 108 देशों में इकाइयां है । खुद भारत मे भी लगभग 1100 से अधिक इसकी शाखाये है जिसे कॉर्पोरेट सर्किल के नाम से जाना जाता है । इसकी प्रस्तावना में उन सभी लोगो को समायोजित कर आह्वान किया गया है कि हिंसा , भेदभाव व वैमनस्य को अहिंसात्मक शांति पूर्ण से समाप्त...
दिल्ली : केजरीवाल सरकार की अच्छी स्वास्थ्य सेवा (वीडियो)
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