गंगा में कीड़े
मैं कुछ दिन उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में रहा। संगम स्नान के लिए गया, लेकिन वहां  गंगा  की दशा देख काफी दुखी हुआ।  वहां  का पानी काफी  गंदा था और उसमें कीड़े रेंग रहे  थे।  मैंने इस दशा के बारे में लोगों से पूछा तो बताया कि इलाहाबाद महानगर की गंदगी भरे सभी नालों का पानी गंगा में डाला जा रहा है, जिससे गंगा की  दशा बद बदतर होती जा  रही है। लोग मान्यता के अनुसार संगम में स्नान के  लिए आस्था लेकर आते जरूर हैं, लेकिन इस दशा को देखकर बिना स्नान किए ही लौट जाते हैं। पिछले दिनों स्वीट्जरलैंड के एक राजनेता के आने की बाबत भी कुछ लोग कह रहे थे कि वह खुद जहां संगम में हिम्मत करके स्नान किए वहीं उनकी पत्नी ने गंगा की दशा पर दुख जताते हुए स्नान करने से मना कर दिया।  समय-समय पर सरकार की ओर से गंगा  को लेकर तमाम अभियान चलाए जाते हैं, लेकिन ऐसे में ये अभियान कभी सफल होंगे, इसकी उम्मीद करना ही बेकार है। मैं हरिद्वार में अक्सर जाता रहता हूं, वहां हर की पौड़ी पर स्नान करके जो असीम शांति मिलती है काश ‌इलाहाबाद के संगम में वह अनुभव हो पाता तो बहुत अच्छा लगता। 

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