दिल्ली: पासवान ने सौंपी लोजपा की कमान चिराग को
केंद्रीय
मंत्री रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान को लोक जनशक्ति पार्टी
(लोजपा) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। दिल्ली में हुई पार्टी की
बैठक में इस फैसले पर मुहर लगी। चिराग पासवान लगातार दो बार से बिहार की
जमुई लोकसभा सीट से सांसद हैं। राम विलास पासवान (73) ने वर्ष 2000 में
लोजपा की स्थापना की थी। रामविलास पासवान अब पार्टी के संरक्षक की
जिम्मेदारी निभाएंगे।
मंगलवार को दिल्ली में लोजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में राम विलास पासवान और चिराग पासवान समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता मौजूद थे। इस बैठक में चिराग पासवान को लोजपा का अध्यक्ष बनाने का औपचारिक ऐलान किया गया। इसके साथ ही लोजपा की कमान अब पूरी तरह युवा हाथों में आ चुकी है। बिहार में पार्टी की कमान पहले ही राम विलास पासवान के भाई और पूर्व सांसद दिवंगत रामचंद्र पासवान के बेटे प्रिंस राज को सौंपी गई थी। प्रिंस ने हाल ही में समस्तीपुर लोकसभा उपचुनाव में जीत हासिल की थी।
36 वर्षीय अविवाहित चिराग पासवान ने अपने करियर की शुरुआत फिल्मों में अभिनय से की थी लेकिन उनकी पहली ही फिल्म 2011 में "मिले न मिले हम" बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही। बॉलीवुड में कामयाबी नहीं मिलने के बाद वह राजनीति में आए और 2014 के लोकसभा चुनाव में जमुई सीट पर विजयी हुए थे। 2019 के चुनाव में चिराग ने 5 लाख से ज्यादा वोट हासिल करते हुए लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की।
31 अक्तूबर 1983 को जन्मे चिराग पासवान ने दिल्ली के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग से 10वीं और 12वीं की शिक्षा हासिल की। इसके बाद उन्होंने बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी में बीटेक कंप्यूटर साइंस में एडमिशन लिया। हालांकि पढ़ाई के बीच में ही वह मॉडलिंग और फिल्मों में किस्मत आजमाने मुंबई निकल गए। वह "चिराग का रोजगार" नाम से एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) भी चलाते हैं, जो राज्य के बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने के लिए काम करता है।
2014 के लोकसभा चुनाव से पहले रामविलास पासवान असमंजस में थे कि वह यूपीए के साथ जाएं या एनडीए में शामिल हों। सियासी जानकार बताते हैं कि चिराग की सलाह पर ही पासवान ने एनडीए के साथ जाने का फैसला किया। एनडीए गठबंधन के तहत एलजेपी ने 7 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और 6 पर कामयाबी हासिल की। इस समय लोजपा के छह लोकसभा और एक राज्यसभा सदस्य हैं। बिहार में दो विधायक हैं। पार्टी का मणिपुर में एकमात्र विधायक भाजपा की सरकार में मंत्री है।
मंगलवार को दिल्ली में लोजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में राम विलास पासवान और चिराग पासवान समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता मौजूद थे। इस बैठक में चिराग पासवान को लोजपा का अध्यक्ष बनाने का औपचारिक ऐलान किया गया। इसके साथ ही लोजपा की कमान अब पूरी तरह युवा हाथों में आ चुकी है। बिहार में पार्टी की कमान पहले ही राम विलास पासवान के भाई और पूर्व सांसद दिवंगत रामचंद्र पासवान के बेटे प्रिंस राज को सौंपी गई थी। प्रिंस ने हाल ही में समस्तीपुर लोकसभा उपचुनाव में जीत हासिल की थी।
36 वर्षीय अविवाहित चिराग पासवान ने अपने करियर की शुरुआत फिल्मों में अभिनय से की थी लेकिन उनकी पहली ही फिल्म 2011 में "मिले न मिले हम" बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही। बॉलीवुड में कामयाबी नहीं मिलने के बाद वह राजनीति में आए और 2014 के लोकसभा चुनाव में जमुई सीट पर विजयी हुए थे। 2019 के चुनाव में चिराग ने 5 लाख से ज्यादा वोट हासिल करते हुए लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की।
31 अक्तूबर 1983 को जन्मे चिराग पासवान ने दिल्ली के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग से 10वीं और 12वीं की शिक्षा हासिल की। इसके बाद उन्होंने बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी में बीटेक कंप्यूटर साइंस में एडमिशन लिया। हालांकि पढ़ाई के बीच में ही वह मॉडलिंग और फिल्मों में किस्मत आजमाने मुंबई निकल गए। वह "चिराग का रोजगार" नाम से एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) भी चलाते हैं, जो राज्य के बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने के लिए काम करता है।
2014 के लोकसभा चुनाव से पहले रामविलास पासवान असमंजस में थे कि वह यूपीए के साथ जाएं या एनडीए में शामिल हों। सियासी जानकार बताते हैं कि चिराग की सलाह पर ही पासवान ने एनडीए के साथ जाने का फैसला किया। एनडीए गठबंधन के तहत एलजेपी ने 7 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और 6 पर कामयाबी हासिल की। इस समय लोजपा के छह लोकसभा और एक राज्यसभा सदस्य हैं। बिहार में दो विधायक हैं। पार्टी का मणिपुर में एकमात्र विधायक भाजपा की सरकार में मंत्री है।
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