Corona : नरेंद्र मोदी से मैं असहमत, लेकिन समय साथ मिलकर लड़ने का है: राहुल गांधी


कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना महामारी के मुद्दे पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। इस दौरान उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को कई सुझाव दिए। साथ उन्होंने यह भी कहा कि यह समय खामिया निकालने का नहीं, बल्कि साथ मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ने का है। रांहुल ने मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई मुद्दों पर मेरी असहमति है, लेकिन यह समय आपस में लड़ने का नहीं है। हमें एक होकर कोरोना के खिलाफ लड़ना है।
  • लॉकडाउन कोरोना का हल नहीं
राहुल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैंने पिछले एक-दो महीने में कई एक्सपर्ट्स से बात की है, लॉकडाउन कोरोना संकट का हल नहीं है। यह कुछ समय के लिए कोरोना को रोक सकता है, मगर खत्म नहीं कर सकता है। जब  देश लॉकडाउन से बाहर आएगा तो इसका असर फिर से दिखना शुरू हो जाएगा। लॉकडाउन सिर्फ तैयारी करने का वक्त देता है। लॉकडाउन से कोरोना वायरस को नहीं हरा पाएंगे।
  • टेस्टिंग की संख्या बढ़ानी होगी
राहुल गांधी ने मोदी सरकार को सलाह देते हुए कहा कि देश में रणनीति के तहत टेस्टिंग होनी चाहिए और टेस्ट की संख्या भी बढ़ाई जानी चाहिए। अगर कोरोना वायरस से लड़ना है तो टेस्टिंग को बड़े पैमाने पर बढ़ाना होगा। हमें उन इलाकों में भी टेस्टिंग करनी होगी जहां केस नहीं हैं। रैंडम टेस्टिंग की देश में जरूरत है। इस कोरोना वायरस के खिलाफ पूरे देश को एकजुट होना पड़ेगा। राहुल गांधी ने सरकार को सलाह दी कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों से खुलकर बात कीजिए और उनकी मांगों को सुनिए। उन्हें ज्यादा से ज्यादा अधिकार दीजिए।
  • न्याय योजना का नाम बदलकर ही पैसे दे दीजिए
राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए देश को दो मोर्चों पर ज्यादा काम करने की जरूरत है- एक हेल्थ और दूसरा अर्थव्यवस्था। फूड का सेफ्टी नेट तैयार करना होगा। जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं, उन्हें भी मुफ्त राशन दीजिए। साथ ही न्याय योजना के तहत पैसे दीजिए, भले ही आप इस योजना का नाम न दें और दूसरा नाम यूज करें। सिर्फ लॉकडाउन से ही बात नहीं बनेगी, आपको अपनी ताकत और संसाधन का सही से इस्तेमाल करना होगा। उन्होंने आगे कहा कि करोरोना को लेकर अभी देश में इमर्जेंसी जैसे हालात हैं। कोरोना के खिलाफ देश को एकजुट होकर लड़ना होगा। लॉकडाउन से बात नहीं बनी है, क्योंकि यह महामारी कुछ समय के लिए रुक गई है।

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