RISHI KAPOOR IS Dies @67 : दाऊद इब्राहिम से मुलाकात की थी ऋषि कपूर ने
फिल्म अभिनेता रिषि कपूर का भी निधन हो गया है। वह भी कैंसर से जंग लड़ रहे थे। दो दिन में लगातार फिल्मी दुनिया ने दो बड़े कलाकारों को अलविदा कहा। कल ही इरफान खान ने कैंसर से लड़ते हुए दम तोड़ा था।
ऋषि कपूर ने लिखा "कुछ समय बाद मुझे एक लड़के से मिलवाया गया जो ब्रिटिश जैसा दिखता था। वो बाबा था, दाऊद का राइट हैंड था। उसने मुझसे कहा- दाऊद साहब आपके साथ चाय पीना चाहते हैं। मुझे इसमें कुछ गलत नहीं लगा और मैंने न्यौता स्वीकार कर लिया। उस शाम मुझे और बिट्टू को हमारे होटल से एक चमकती हुई रोल्स रॉयस में ले जाया गया। वहां बात कुटची भाषा में हो रही थी मुझे समझ नहीं आ रहा था। लेकिन मेरा दोस्त समझता था। हमें सर्कल में ले जाया गया था इसलिए हमें लोकेशन सही से समझ नहीं आई। दाऊद ने मुलाकात के दौरान सूट पहना हुआ था। आते ही उसने कहा कि मैं ड्रिंक नहीं करता इसलिए आपको चाय पर बुलाया। इसके बाद हमारा चाय और बिस्किट का सेशन 4 घंटे चला। दाऊद से मेरी कई सारे बातें हुई, जिसमें उसकी क्रिमिनल एक्टिविटीज भी शामिल थीं। इन पर उसे कोई रिग्रेट्स नहीं था। उसने मुंबई कोर्ट मर्डर का जिक्र करते हुए कहा, 'उस शख्स को मैंने इसलिए शूट किया था क्योंकि वो अल्लाह शब्द के खिलाफ जा रहा था। और मैं अल्ला का बंदा हूं इसलिए मैंने उसे शूट किया।' इस रियल लाइफ मर्डर सीन को बाद में फिल्म अर्जुन (1985) में फिल्माया गया।"
ऋषि कपूर ने 'खुल्लम खुल्ला' में यह भी लिखा, "दाऊद को मेरी फिल्म तवायफ काफी पसंद आई थी। इसका जिक्र करते हुए उसने कहा था, 'मुझे 'तवायफ' काफी पसंद आई, क्योंकि उसमें तुम्हारा नाम दाऊद था।' दाऊद का कहना था कि फिल्म से मैंने उसके नाम को महान बना दिया है। दाऊद ने कहा कि वो मेरे फादर, मेरे अंकल, दिलीप कुमार, महमूद, मुकरी जैसे एक्टर्स को काफी पसंद करता है। दाऊद से मिलने जाने से पहले तक मैं काफी डरा हुआ था, लेकिन वहां जाने के बाद मैंने काफी रिलैक्स फील किया। दाऊद से एक बार फिर मेरी मुलाकात1989 में दुबई में हुई। उस दौरान नीतू भी मेरे साथ थी। हम शॉपिंग पर गए थे। शॉप में ही दाऊद से मुलाकात हुई थी। दाऊद मुझसे गर्मजोशी से मिला। लेकिन पता नहीं बाद में ऐसा क्या हो गया कि उसने भारत के खिलाफ ऐसा खौफनाक कदम उठाया।"
गुलशन ने मुझे बाद में बताया कि फिल्म 'रॉकी' की शूटिंग के दौरान संजय, नीतू के घर झगड़ने पहुंच गए थे। लेकिन नीतू ने इस सिचुएशन को बेहतरीन तरीके से संभाला। उन्होंने शांतिपूर्वक संजू को समझाया कि वे बातें महज अफवाहें हैं। नीतू ने उनसे कहा था-'टीना और चिंटू के बीच ऐसा कुछ नहीं है। वे सिर्फ अच्छे दोस्त हैं। इंडस्ट्री में रहते हुए तुम्हें अपनों पर भरोसा करना सीखना चाहिए।' कुछ वक्त बाद, मैं और संजू इन बातों को याद करके हंसते थे। ये अफवाहें तब साफ हुईं जब नीतू और मेरी शादी हुई और इस शादी में मेरी सारी हीरोइन्स पहुंचीं।"
"जीतेंद्र से तो मेरे रिलेशन अच्छे थे, लेकिन अमिताभ और मेरे संबंधों में तल्खी थी। मैं उनके साथ अनकम्फर्टेबल महसूस करता था। वो मुझसे 10 साल बड़े थे, लेकिन मैं उन्हें अमितजी की जगह अमिताभ ही बुलाता था। शायद मैं बेवकूफ था। 'कभी-कभी' की शूटिंग के वक्त तो न मैं उनसे बात करता था और न ही वे। हालांकि, बाद में सब ठीक हो गया और हमारे रिश्ते बेहद अच्छे हो गए। अब तो उनसे फैमिली रिलेशनशिप है। उनकी बेटी श्वेता की शादी मेरी बहन रितु नंदा के बेटे निखिल से हुई है।"
- दाऊद इब्राहिम से की थी मुलाकात
- दाऊद ने ऋषि को चाय पर बुलाया
ऋषि कपूर ने लिखा "कुछ समय बाद मुझे एक लड़के से मिलवाया गया जो ब्रिटिश जैसा दिखता था। वो बाबा था, दाऊद का राइट हैंड था। उसने मुझसे कहा- दाऊद साहब आपके साथ चाय पीना चाहते हैं। मुझे इसमें कुछ गलत नहीं लगा और मैंने न्यौता स्वीकार कर लिया। उस शाम मुझे और बिट्टू को हमारे होटल से एक चमकती हुई रोल्स रॉयस में ले जाया गया। वहां बात कुटची भाषा में हो रही थी मुझे समझ नहीं आ रहा था। लेकिन मेरा दोस्त समझता था। हमें सर्कल में ले जाया गया था इसलिए हमें लोकेशन सही से समझ नहीं आई। दाऊद ने मुलाकात के दौरान सूट पहना हुआ था। आते ही उसने कहा कि मैं ड्रिंक नहीं करता इसलिए आपको चाय पर बुलाया। इसके बाद हमारा चाय और बिस्किट का सेशन 4 घंटे चला। दाऊद से मेरी कई सारे बातें हुई, जिसमें उसकी क्रिमिनल एक्टिविटीज भी शामिल थीं। इन पर उसे कोई रिग्रेट्स नहीं था। उसने मुंबई कोर्ट मर्डर का जिक्र करते हुए कहा, 'उस शख्स को मैंने इसलिए शूट किया था क्योंकि वो अल्लाह शब्द के खिलाफ जा रहा था। और मैं अल्ला का बंदा हूं इसलिए मैंने उसे शूट किया।' इस रियल लाइफ मर्डर सीन को बाद में फिल्म अर्जुन (1985) में फिल्माया गया।"
- दाऊद को पसंद थी फिल्म 'तवायफ'
ऋषि कपूर ने 'खुल्लम खुल्ला' में यह भी लिखा, "दाऊद को मेरी फिल्म तवायफ काफी पसंद आई थी। इसका जिक्र करते हुए उसने कहा था, 'मुझे 'तवायफ' काफी पसंद आई, क्योंकि उसमें तुम्हारा नाम दाऊद था।' दाऊद का कहना था कि फिल्म से मैंने उसके नाम को महान बना दिया है। दाऊद ने कहा कि वो मेरे फादर, मेरे अंकल, दिलीप कुमार, महमूद, मुकरी जैसे एक्टर्स को काफी पसंद करता है। दाऊद से मिलने जाने से पहले तक मैं काफी डरा हुआ था, लेकिन वहां जाने के बाद मैंने काफी रिलैक्स फील किया। दाऊद से एक बार फिर मेरी मुलाकात1989 में दुबई में हुई। उस दौरान नीतू भी मेरे साथ थी। हम शॉपिंग पर गए थे। शॉप में ही दाऊद से मुलाकात हुई थी। दाऊद मुझसे गर्मजोशी से मिला। लेकिन पता नहीं बाद में ऐसा क्या हो गया कि उसने भारत के खिलाफ ऐसा खौफनाक कदम उठाया।"
- बेटी के कहने पर छोड़ी ऋषि ने सिगरेट
- बच्चों पर पूरा ध्यान देते थे ऋषि
- ऋषि की गर्लफ्रेंड से झगड़ने पहुंच गए थे संजय
गुलशन ने मुझे बाद में बताया कि फिल्म 'रॉकी' की शूटिंग के दौरान संजय, नीतू के घर झगड़ने पहुंच गए थे। लेकिन नीतू ने इस सिचुएशन को बेहतरीन तरीके से संभाला। उन्होंने शांतिपूर्वक संजू को समझाया कि वे बातें महज अफवाहें हैं। नीतू ने उनसे कहा था-'टीना और चिंटू के बीच ऐसा कुछ नहीं है। वे सिर्फ अच्छे दोस्त हैं। इंडस्ट्री में रहते हुए तुम्हें अपनों पर भरोसा करना सीखना चाहिए।' कुछ वक्त बाद, मैं और संजू इन बातों को याद करके हंसते थे। ये अफवाहें तब साफ हुईं जब नीतू और मेरी शादी हुई और इस शादी में मेरी सारी हीरोइन्स पहुंचीं।"
- अमिताभ बच्चन के साथ रहा तनाव
"जीतेंद्र से तो मेरे रिलेशन अच्छे थे, लेकिन अमिताभ और मेरे संबंधों में तल्खी थी। मैं उनके साथ अनकम्फर्टेबल महसूस करता था। वो मुझसे 10 साल बड़े थे, लेकिन मैं उन्हें अमितजी की जगह अमिताभ ही बुलाता था। शायद मैं बेवकूफ था। 'कभी-कभी' की शूटिंग के वक्त तो न मैं उनसे बात करता था और न ही वे। हालांकि, बाद में सब ठीक हो गया और हमारे रिश्ते बेहद अच्छे हो गए। अब तो उनसे फैमिली रिलेशनशिप है। उनकी बेटी श्वेता की शादी मेरी बहन रितु नंदा के बेटे निखिल से हुई है।"
- बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड खरीदा था
- ऋषि जैसा पिता नहीं बनना चाहेंगे रणबीर
- राज कपूर को गुरु मानते थे ऋषि
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