Lockdown : ...वो राजा महलों के नुमाइंदे बन गए


 





...वो राजा महलों के नुमाइंदे बन गए

जिन्होंने महल बनाए,
वो झोपड़ियों से भी बेदखल कर दिए गए।
जिन्हें बनाया महलों का मालिक,
वो भी उन्हें अब भूल गए ।।
जिन्होंने बताया झोपड़ी का नुमाइंदा,
वो राजा अब महलों के नुमाइंदे बन गए।
वो भी करोड़ों के सूट बूट पहन,
महलों को रोशन करने में लग गए ।।
भाषणों में जिनके गरीब मजदूर होता है,
वो खुलेआम धनाढ्यों को खैरात बांटने में लग गए।
जो बैंकों के लुटेरे होते जेलों में,
वे अब बगलगीर बन गए।।
जिन्हें  दिखाया हवाई जहाज में बैठने का सपना,
भूखे प्यासे मरने को उन्हें पैदल चलने को छोड़ गए। 
अगर मिल जाए भगवान तो पूछू ,
तुम गरीब मजदूर को मजबूर क्यों बना गए।
जिनको बनाया अपना रहनुमा,
वो राजा महलों के नुमाइंदे बन गए।।

-राजेन्द्र मौर्य

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