Motivational Story : बच्चे को मिला एक रुपये में ईश्वर
- सिर्फ एक रुपया
- क्या आपकी दुकान में ईश्वर मिलेंगे ?
दुकानदार ने यह बात सुनकर सिक्का नीचे फेंक दिया और बच्चे को निकाल दिया। बच्चा पास की दूसरी दुकान में जाकर 1 रूपये का सिक्का लेकर चुपचाप खड़ा रहा !
दुकानदार ने पूछा -- ए लड़के.. 1 रूपये में तुम क्या चाहते हो?
- मुझे ईश्वर चाहिए। आपकी दुकान में हैं?
- तुम ईश्वर को क्यों खरीदना चाहते हो, क्या करोगे ईश्वर लेकर ?
- बच्चे ने बड़े उत्साह से उत्तर दिया,
-हां, मिलेंगे...! कितने पैसे हैं तुम्हारे पास?
- सिर्फ एक रुपया ।
- कोई दिक्कत नहीं है। एक रुपये में ही ईश्वर मिल सकते हैं।
दुकानदार बच्चे के हाथ से एक रूपया लेकर उसने पाया कि एक रुपये में एक गिलास पानी के अलावा बेचने के लिए और कुछ भी नहीं है। इसलिए उस बच्चे को फिल्टर से एक गिलास पानी भरकर दिया और कहा, यह पानी पिलाने से ही तुम्हारी मां ठीक हो जाएंगी।
अगले दिन कुछ मेडिकल स्पेशलिस्ट उस अस्पताल में गए। बच्चे की मां का अॉप्रेशन हुआ। और बहुत जल्द ही वह स्वस्थ हो उठीं।
डिस्चार्ज के कागज़ पर अस्पताल का बिल देखकर उस महिला के होश उड़ गए। डॉक्टर ने उन्हें आश्वासन देकर कहा, "टेंशन की कोई बात नहीं है। एक वृद्ध सज्जन ने आपके सारे बिल चुका दिए हैं। साथ में एक चिट्ठी भी दी है"।
- महिला चिट्ठी खोलकर पढ़ने लगी, उसमें लिखा था,
- एक किरण..
आइए, कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए हम सभी मन से ईश्वर को ढूंढे ... उनसे प्रार्थना करें... उनसे माफ़ी मांगे..!!!
- प्रस्तुति : हेमंत कुमार लवानिया (वरिष्ठ पत्रकार), नई दिल्ली।
Comments
Post a Comment