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Showing posts from May, 2021

Lakshadweep : लक्षद्वीप पर बवंडर क्यों उठा ?

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लक्षद्वीप पर बवंडर क्यों उठा ?         नै सर्गिक द्वीपसमूह लक्षद्वीप को पड़ोसी केरल की मुस्लिम लीग ''दक्षिण का कश्मीर'' बनाने हेतु आतुर है। गत दिनों से यह प्राकृतिक सौंदर्यवाला भूभाग सुर्खियों में छाया है। केरल की सत्तासीन वामपंथी मोर्चा के ''टुकड़े—टुकड़े गैंग'' की नीति के कारण माकपा अपने शत्रुदल मुस्लिम लीग से यारी में हिचकती नहीं दिख रही है। यूं मुस्लिम लीग तो विपक्षी कांग्रेस—नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा की घटक है। उसी की मदद से मुस्लिम—बहुल वायनाड से राहुल गांधी चार लाख वोटों से लोकसभा के लिये जीते थे। कम्युनिस्ट पार्टी के पीपी सुनीर को हराया था।          लक्षद्वीप छत्तीस टापुओं वाला, मात्र बत्तीस वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल का, पैंसठ हजार आबादी का समूह है। इस पिछड़े, उपेक्षित, मगर अत्यधिक सामरिक महत्व के जजीरों पर कम्युनिस्ट चीन और इस्लामी पाकिस्तान की गिद्धदृष्टि वर्षों से लगी है। मसलन अगस्त 1947 की घटना याद कर लें। मुस्लिम—बहुल लक्षद्वीप को कब्जियाने हेतु नवनिर्मित इस्लामी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मियां लियाकत अली खान ने अपनी नौसेना भेज दी थी। मगर

Dr. Ambedkar : डॉक्टर अंबेडकर की 450 फीट की मूर्ति लगेगी

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डॉ. अंबेडकर  की 450 फीट ऊंची मूर्ति लगेगी

Old is gold (Song video) : कहीं दीप जले, कहीं दिल

 कहीं दीप जले, कहीं दिल

Pt. Jawaharlal Nehru: नेहरू के आखिरी कुछ दिन

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नेहरु के आखिरी कुछ दिन         अ पने निधन के ठीक पांच दिन पूर्व जवाहरलाल नेहरु ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी| लम्बे सार्वजानिक जीवन की अंतिम (22 मई 1964) थी| उस शुक्रवार को उनकी काबीना के सूचना, प्रसारण एवं संसदीय कार्य मंत्री डॉ. सत्यनारायण सिन्हा काफी आकुल थे| प्रधान मंत्री का स्वास्थ्य क्लांत था| फालिज का अंदेशा था| सभागार में जमा करीब दो सौ संवाददाता कई प्रश्न पूछने को उतावले थे| पहला प्रश्न कश्मीर पर था| प्रधान मंत्री ने ऐलान किया कि जेल से रिहा किये गए शेख मोहम्मद अब्दुल्ला “परसों इस्लामबाद जा रहे हैं| मार्शल मोहम्मद अयूब खान से वार्ता करेंगे|” फिर कुछ अन्य विषयों पर भी सवाल हुए| उनमें अंतिम था कि : “पण्डित जी, आपने रिटायरमेंट के बारे में क्या सोचा है?” उत्तर सधा हुआ था : “जब भी यह प्रश्न पूछा जाता है, मैं रिटायरमेंट की सोचने लगता हूँ !” अगला जुड़ा हुआ प्रश्न था: “आराम करने कहीं पहाड़ पर जा रहे हैं क्या ?” नेहरु का जवाब था: “कल देहरादून जाऊंगा|” मगर गढ़वाल हिमालय से वे शीघ्र दिल्ली लौट आये| फिर 27 मई की प्रातः 4:30 बजे उनके  ह्रदय की महाधमनी (Aorta) फट गई| कठिनाई से सांस लेते रहे| अपरान

Happy Budh Purnima

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 Happy Budh Purnima On this auspicious day, let us pray for love, peace and harmony for all the entire world.  May this day herald a new phase of happiness, contentment, good health and tranquillity for all of us.  Happy Buddha Purnima.... .

BUDH PURNIMA (#Video) : भगवान बुद्ध ने बताया दुख का कारण और उसका निवारण

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भगवान बुद्ध ने बताया दुख का कारण और उसका निवारण    बुद्ध पूर्णिमा : 26 मई 2021 दिन : बुद्धवार  मुख्य बातें बौद्ध धर्म के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है बुद्ध पूर्णिमा का पर्व, जिसे वैशाख पूर्णिमा भी कहते हैं। बुद्ध पूर्णिमा यानी वैशाख पूर्णिमा पर हुआ था गौतम बुद्ध का जन्म, इसी दिन हुई ज्ञान प्राप्ति और इसी दिन हुआ महापरिनिर्वाण। हिंदुओं का मानना, भगवान विष्णु के नौवें अवतार माने जाते हैं बगवान गौतम बुद्ध. बौ द्ध धर्म के अनुयायियों के साथ ही पूरी दुनिया के लिए बुद्ध पूर्णिमा बेहद खास पर्व है। इस दिन भगवान गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। इसी दिन उनको ज्ञान प्राप्त हुआ और इसी दिन उनका महापरिनिर्वाण दिवस था। बुद्ध पूर्णिमा का पर्व बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए बहुत महत्व रखता है। यह पर्व बौद्ध धर्म का प्रमुख त्योहार है। हर वर्ष बुद्ध पूर्णिमा वैशाख के महीने में मनाई जाती है। भगवान गौतम बुद्ध के महानिर्वाण के वजह से भी यह दिन इतिहास और आस्था के हिसाब से बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में बौद्ध धर्म के अनुयायी ही नहीं सभी धर्मों के लोग श्रद्धा पूर्वक बुद्ध पूर

ARYA SAMAJ : संसार का उपकार करना आर्य समाज का मुख्य उद्देश्य : दयानंद सरस्वती

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संसार का उपकार करना आर्य समाज का मुख्य उद्देश्य : दयानंद सरस्वती आर्य समाज की स्थापना महर्षि दयानंद सरस्वती ने सन 1875 में की थी। इसके लिए सर्वप्रथम उन्होंने इसके नियमों की रचना की और बाद में स्थानादि की व्यवस्था के प्रश्न को देखा। स्वामी जी ने आर्य समाज के नियमों की रचना लाहौर में अपने एक मुस्लिम मित्र के निवास स्थान पर रहकर की थी। पहले अनेक नियम थे। बाद में उन्हें व्यवस्थित करके 10 नियमों में संजोया गया। जिसके छठे नियम में उन्होंने लिखा, 'संसार का उपकार करना इस समाज का मुख्य उद्देश्य है।'आर्य समाज के दूसरे नियम में स्वामी जी ने कहा कि ईश्वर सच्चिदानंद स्वरूप निराकार    आर्य समाज की स्थापना महर्षि दयानंद सरस्वती ने सन 1875 में की थी। इसके लिए सर्वप्रथम उन्होंने इसके नियमों की रचना की और बाद में स्थानादि की व्यवस्था के प्रश्न को देखा। स्वामी जी ने आर्य समाज के नियमों की रचना लाहौर में अपने एक मुस्लिम मित्र के निवास स्थान पर रहकर की थी ।पहले अनेक नियम थे । बाद में उन्हें व्यवस्थित करके 10 नियमों में संजोया गया। जिसके छठे नियम में उन्होंने लिखा, 'संसार का उपकार करना इस समाज क

Israel : भगत सिंह फिर जन्मे, मगर पड़ोस के घर में !

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 भगत सिंह फिर जन्मे, मगर पड़ोस के घर में !        देश बनता है राष्ट्रनायकों के उत्सर्ग से। संघर्षशील इस्राइल इस तथ्य का जीवंत प्रमाण है। आठ अरब देशों, सभी शत्रु, की 42 करोड़ आबादी का मुकाबला सात दशकों से 90 लाख जनसंख्यावाला इस्राइल अकेला कर रहा है। तीन युद्ध लड़ा और सभी जीता भी।         इस्राइल में हर 18 वर्ष से ऊपर का किशोर अनिवार्य तौर पर दो वर्षों तक सेना में​ शिक्षण पाता है। सिवाय दिव्यांग और धर्म कार्य में रत लोगों के। युवतियों के लिये भी सैन्य सेवा अनिवार्य है। प्रधानमंत्री बैंजामिन नेतनयाहू तो सेना में प्रशिक्षित रहे और युद्धरत भी। उनके दो बेटे हैं। बड़ा तीस—वर्षीय येयर नेतनयाहू फौजी सेवा कर, अब अंतर्राष्ट्रीय विषय पढ़ा रहा है। अब उसका अनुज छब्बीस—वर्षीय एवरिल भी सेना में भर्ती हुआ। वह सेना कम्बेट विंग (लड़ाकू बटालियन) में भर्ती हुआ। हालांकि प्रधानमंत्री के पुत्र को कम खतरनाक टुकड़ी में रखने की पेशकश हुयी थी। मगर ए​वरिल ने स्पष्ट किया कि वह अपने पिता तथा अग्रज की भांति सार्वजनिक जीवन में नहीं जायेगा। राजनीति से उसे घृणा है। वह इसे भ्रष्टाचार और तुरंत अमीर बन जाने का सुलभतम राह ब

Sunder Lal Bahuguna ; सुंदर लाल बहुगुणा : मिट्टी पानी और बयार !

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 मिट्टी, पानी और बयार !  वर्ष 1993 में मैं टिहरी गया था, तब भागीरथी के दूसरे किनारे पर सुंदर लाल जी बहुगुणा टिहरी बांध के ख़िलाफ़ अनशन पर बैठे थे। नदी से कुछ ऊँचाई पर उनकी छोटी-सी कुटिया थी, उसी में वे रह रहे थे। मैं गंगोत्री मार्ग के दूसरी तरफ़ नदी पार कर उनकी कुटिया में गया मिला था। उस समय तक वे चिपको आंदोलन के कारण देश-विदेश में विख्यात हो चुके थे। उन्होंने और चंडी प्रसाद भट्ट ने इस पर्वतीय इलाक़े की हरियाली को बचाया। तब उत्तर प्रदेश की सरकार और उसके नौकरशाह उनको शत्रु की भाँति देखते और उन पर गुर्राते थे। लेकिन जैसे ही इस पर्वतीय क्षेत्र को अलग प्रांत बनाने की सुगबुगाहट शुरू हुई, उन्हीं नौकरशाहों और नेताओं ने उस हरीतिमा पर क़ब्ज़ा कर लिया। आज मैदान के लोग यहाँ बंगले बनवा कर अपना बुढ़ापा शान से काट रहे है। जबकि यही बंगलों वाले अफ़सर लोग तब बहुगुणा जी को भागीरथी में फ़ेक देने की धमकी दे रहे थे। चिपको आंदोलन के वक्त उनका नारा था-  क्या हैं जंगल के उपकार, मिट्टी, पानी और बयार। मिट्टी, पानी और बयार, जिन्दा रहने के आधार।। आज सबको इन शब्दों के अर्थ समझ आ रहे हैं। न उस समय न बाद में बहुगुणा

Old Friend (Video) ; पुराने दोस्त : याद बहुत आते हैं

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 पुराने दोस्त : याद बहुत आते हैं

Kerla's k.k.Shailja : नारी की चुनौती नई माकपा सरकार को

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 नारी की चुनौती नयी माकपा सरकार को ! नारी अस्मिता को अतीव महत्व देने के लिये गुजरात के बाद केरल ही मशहूर है। इस बार वहां प्रथम महिला मुख्यमंत्री की संभावना अत्यधिक थी। पर लैंगिक भेदभाव करने में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट भी अंतत: वही भारतीय समाज में जमी पौरुष ग्रंथि से मुक्त नहीं हो पाये। कांग्रेसी जैसी ही। इसीलिए दोबारा केरल के मुख्यमंत्री बनते ही पिनरायी विजयन ने सत्ता में अपनी जड़ जमाने हेतु अपने प्रतिस्पर्धी रही के.के शैलजा को काबीना तक में नहीं रखा। बस विधायक दल का सचेतक नामित कर दिया। कुर्सी से काफी दूर।         लेकिन दूसरी कमजोरी, परिवारवादवाली, से भी विजयन अलग नहीं रह पाये। सट ही गये कुटुम्ब से।  उनकी पुत्री वीणा टी. का दूसरा पति अर्थात विजयन का दूसरा दामाद पी.ए. मोहम्मद रियाज लो​कनिर्माण जैसे कमाऊ विभाग का मंत्री नामित हुआ। चौवालीस—वर्षीय वकील रियाज, जिनके पिता अब्दुल कादिर पुलिस अफसर हैं, की पहली बीवी डा. समीहा से दो बेटे है, दस और तरह वर्ष के। छह वर्ष पूर्व तलाक हो गया था। डा. वीणा विजयन के पहले पति रवि पिल्लई एक अमीर उद्योगपति हैं। उनका एक पुत्र भी है। वीणा एम.डी. है। दोनों ने

Sunder Lal Bahuguna ; सुंदरलाल बहुगुणा : एक स्मृति

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सुंदरलाल बहुगुणा : एक स्मृति   चिपको आंदोलन के नेता और वैश्विक गांधी परिवार के पितृतुल्य श्री सुन्दर लाल जी बहुगुणा 94 वर्ष की अवस्था मे आज हम सबको छोड़ कर चले गए । दिनांक  25 अक्टूबर,2020 को देहरादून में उनके आवास पर उनसे मिलने प्रमुख समाज सेवी एवं सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता श्री राममोहन राय अपनी धर्मपत्नी और परिवार के साथ देहरादून गए थे, उसी मधुर स्मृति को संजोए   श्री राम मोहन रॉय का यह  लेख है। सुंदरलाल जी बहुगुणा एवं उनकी स्वनामधन्या पत्नी श्रीमती विमला देवी जी से दिनांक 25 अक्टूबर, 2020 को उनके देहरादून स्थित आवास पर मिलना  ऐसे अद्भुत अविस्मरणीय सौभाग्यशाली क्षणों को  संजोना है, जो हमारी मधुर स्मृति में सदा अमिट रहेंगे  विश्व वंदनीय, राष्ट्र विभूति प्रसिद्ध पर्यावरणविद्, अग्रणी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पद्म विभूषण श्री सुंदरलाल जी बहुगुणा अब लगभग 94 वर्ष के हो चुके हैं। आयु की वजह से बेशक वे धीमा सुनते हैं, यादाश्त भी बहुत अच्छी नहीं है, परंतु उनकी सक्रियता एवं सजीवता इन सब पर भारी है। उनकी पत्नी श्रीमती विमला देवी जी इन तमाम कमियों को एक सहयोगी, संगिनी एवं एक सुयोग्य सचिव के

West Bangal : ममता दीदी का "खेला" चालू छे !

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 ममता दीदी का ''खेला'' चालू छे !*          भारतीय गणराज्य से बंगभूमि के ​''मुक्ति'' का संघर्ष विप्र—विदुषी ममता बंधोपाध्याय ने तेज कर दिया है। यूं भी ''आमी बांग्ला'' बनाम ''तू​मि बाहरी'' के नारे पर उनकी तृणमूल कांग्रेस पार्टी विधानसभा का चुनाव गत माह लड़ी थी। अत: अब अपने अधूरे एजेण्डे को अंजाम देने में प्राणपण से वे जुट गयीं हैं।          सारे मसले से जुड़े चन्द तथ्यों का उल्लेख पहले हो जाये। भले ही सोनिया—कांग्रेस तथा अन्य दल आज भाजपा के विरुद्ध लामबंद हो जाये, पर याद रहे कि यही कांग्रेस पार्टी थी जिसने 2011 में विधानसभा के निर्वाचन में कुख्यात नारद चिट फण्ड घोटाले पर ममता बनर्जी को घेरा था। तब कोलकाता हाईकोर्ट में सोनिया—कांग्रेस ने याचिका दाखिल की थी कि ममता के खिलाफ भ्रष्टाचार के इल्जाम में सीबीआई द्वारा जांच के आदेश पारित करें। उस वक्त मार्क्सवादी तथा अन्य वामपंथी पार्टियां भी कांग्रेस के सुर में सुर मिला रहीं थीं। यह दिलचस्प बात दीगर है कि इन दोनों आलोचक पार्टियों का एक भी विधायक, सात दशकों में पहली बार, गत माह जीता

Malerkotla : मालेरकोटला पर विवाद ?, क्या है कारण ?

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 मालेरकोटला पर विवाद ?,  क्या है कारण  ?         दो राज्यों (पंजाब और उत्तर प्रदेश) के मुख्यमंत्रियों में विवादग्रस्त बयानबाजी (15 मई 2021) हुयी। नतीजन पंजाब की एक शांत, सशुप्त नगरी सुखियों में आ गयीं। संपादकजन भी खोजने लगे कि आखिर यह मालेरकोटला है क्या बला ? इस नगरी पर कांग्रेसी नेता कप्तान अमरेन्द्र सिंह और भाजपायी पुरोधा योगी आदित्यनाथ जी टकरा गये। यह संगरुर जनपद का एक कस्बा था। ईद के पर्व (14 मई 2021) पर मुख्यमंत्री कप्तान अमरेन्द्र सिंह ने उसे पंजाब का तेइसवां जिला बना दिया। यह सीमावर्ती मुस्लिम—बहुल जनपद है। मुसलमानों को त्यौहारी दे दी कांग्रेस शासन ने। इस पर योगीजी ने संविधान का सवाल उठाया कि मजहब के आधार पर जिला निर्मित करना फिरकापरस्ती है। यह पंथनिरपेक्ष संविधान की भावना के प्रतिकूल है। तो अमरेन्द्र सिंह ने हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए जवाब दिया कि भाजपा विभाजक नीति अपनाती है। योगीजी ने कांग्रेस द्वारा तुष्टिकरण की इसे नयी हरकत बताया। केरल की कम्युनिस्ट सरकार ने भी मल्लपुरम नाम मुस्लिम जिला बनाया था। तब कांग्रेस द्वारा आलोचना हुयी थी।          यूं भी दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच

Chirag Paswan: चिराग पासवान की तबीयत बिगड़ी

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चिराग की हालत बिगड़ी   लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान की भी कोरोना से तबीयत बिगड़ गई है।  वह होम आइसोलेट हैं और चिकित्सकों की निगरानी में उनका इलाज किया जा रहा है।

ISRAEL : इजराइल से यारी पर खौफ इतना क्यों ?

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इस्राइल से यारी पर खौफ इतना क्यों ?          अरब आतंकी गिरोह ''हरकत—अल—मुक्वाम—अल—इस्लामी'' (हमास) के राकेट के हमले से गाजा सीमावर्ती इलाके में सेवारत नर्स 32—वर्षीया सौम्या की परसों रात (11 मई 2021) मृत्यु हो गयी। अगले ही दिन विश्व नर्स दिवस था। उसकी अस्सी—वर्षीया यहूदी मरीज भी बुरी तरह घायल हो गयी। आक्रमण के वक्त सौम्या अपने नौ—वर्षीय पुत्र के हालचाल फोन पर अपने पति संतोष से ले रही थी। पति ने विस्फोट सुना और फोन खामोश हो गया। पांच हजार किलोमीटर दूर केरल के हरित जिले इदुक्की के ग्राम कीरीथाडु में अपने कुटुम्ब को छोड़कर सौम्या जीविका हेतु इस्राइल नौ साल पूर्व आयी थी। हालांकि इदुक्की के कांग्रेसी सांसद एएम कुरियाकोस को विदेश राज्य मंत्री तथा केरल भाजपा अध्यक्ष वी. मुरलीधरन ने सौम्या के शव को भारत शीघ्र लाने की सूचना दी है।          मंथन का मुद्दा यहां यह है कि इस्लामी आतंक से विश्व कब तक संतप्त रहेगा? इस्राइल से भारत के रिश्ते पांच दशकों से कटे रहे। कारण बस इतना था कि यहूदी गणराज्य से नातेदारी जो भी भारतीय पार्टी करती है हिन्दुस्तानी मुसलमान उसे वोट नहीं देते। फिलिस्तीन

Poetry Video: दिन वो भी क्या थे (काव्य वीडियो)

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Globally over 1300 journalists succumb to Covid-19, India loses 40 in last 10 days

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  Globally over 1300 journalists succumb to Covid-19, India loses 40 in last 10 days Geneva/Guwahati: The Covid-19 pandemic continues to kill working journalists around the world, where the global tally reaches at least 1302 victims in 76 countries till 11 May 2021. Brazil with 191 journo-casualties because of novel corona virus infection aggravated ailments still tops the list of victims among journalists narrowly followed by India (171 dead). In the south Asian country, at least 40 journalists died of Covid-19 complications in the last 10 days. According to Press Emblem Campaign (PEC), the Switzerland based media rights & safety body, Peru follows India with 140 media-casualties and Mexico with 109. Below the hundred mark, Colombia lost 57 journalists due to the pandemic, followed by Italy (55), Bangladesh (52), USA, Ecuador (48 each), United Kingdom (28), Dominican Republic (27), Pakistan (26), Turkey (25), Argentina (23), etc. Since March 2020, the PEC started a corona-ticker t

Sonia Gandhi; सोनिया ! और कितने दिन ?

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 सोनिया ! और कितने दिन ?         वामपंथी, सोनिया—प्रशंसक अंग्रेजी दैनिक ''दि हिन्दू'' में आज (12 मई 2021) कार्टूनिस्ट सुरेन्द्र ने एक चित्र रेखांकित किया है। कांग्रेस कार्य समिति की (10 मई) हुयी बैठक की बाबत है। म्यूजिकल चेयर का खेल चल रहा है। भोंपू पर रिकार्ड बज रहा है। गोलाई के भीतर बस एक ही कुर्सी रखी है। उस पर अंकित है पार्टी (कांग्रेस) मुखिया। केवल राहुल गांधी रेस लगाते हांफ रहे हैं। हरीफ कोई भी नहीं है। इसके मायने इतने स्पष्ट हैं कि व्याख्या अनावश्यक है।          खबर भी साया हुयी थी कि कांग्रेस का अध्यक्षीय निर्वाचन तीसरी दफा टाल दिया गया। सफाई में सोनिया गांधी ने बताया कि जून माह के अंतिम सप्ताह में होगा। कारण?  कोरोना का प्रकोप है! अर्थात सोनिया पदासीन रहेंगी जब तक कोरोना रहेगा।          दो साल हुये नरेन्द्र मोदी की लोकसभा मतदान में धुआंधार जीत के। परिणाम में राहुल गांधी ने पश्चाताप में अध्यक्षपद तजा था। गमगीन होकर ननिहाल (इटली) चले गये थे। बेटे की उत्तराधिकारी मां बन गयी। उसके पहले भी रहीं थीं। अदला—बदली का ढर्रा नया नहीं है।         इस बार कांग्रेस अधिक ध्वस्त

Lockdowan (poetry) Video : हंसी के गोल गप्पे (हास्य कवि)

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 हंसी के गोल गप्पे (हास्य कवि)

Mahatma Gandhi : गांधी जी की अंतिम इच्छा खारिज ही रही !!

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गांधीजी की अंतिम इच्छा खारिज ही रही !!         महात्मा गांधी के आखिरी निजी सचिव (महादेव देसाई के निधन के बाद) रहे वेंकटरामन कल्याणम की 99 वर्ष की आयु में गत मंगलवार (4 मई 2021) को चेन्नई में मृत्यु हो गयी। इससे बापू की बहुचर्चित वसीयत फिर सार्वजनिक विमर्श में आ गयी। गांधीजी ने 73 वर्ष पूर्व (29 जनवरी 1948) को एक दस्तावेजी बयान कल्याणम द्वारा टंकित कराया था। इसमें सुझाया था कि 63—वर्षीय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को भंग कर लोक सेवा संघ के नाम से गठित किया जाये। वह दलगत राजनीति से परे जनकल्याण का माध्यम बने। यह बयान जवाहरलाल नेहरु तथा सरदार वल्लभभाई पटेल को अगले दिन देकर कांग्रेस के सम्मेलन में अनुमोदन हेतु पेश करना तथा क्रियान्वित करना था। सचिव प्यारे लाल जी को दायित्व सौंपा गया था कि वे इस दस्तावेज को प्रसारित करेंगे। मगर हत्यारे नाथूराम गोडसे की गोली ने राष्ट्रहित के इस प्रारुप को ही मिटा दिया। कांग्रेस पार्टी चुनावी सियासत के दलदल में धंसती रही। भ्रष्टाचार के उन्मूलन के लक्ष्य के लिये रचित बापू की कार्य योजना की भ्रूणावस्था में ही हत्या हो गयी। नेहरु डेढ़ दशक तक प्रधानमंत्री बने रहे।