NHAI plan Four Expressesway in Bihar with Ganga Expressway

  •  बिहार में चार एक्सप्रेसवे बनेंगे,   28 जिलों से होगा सीधा संपर्क,  एनएचएआई ने तैयार किया रूट प्लान

                                              प्रतीकात्मक फोटो



  • गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ने पर मेरठ का भी होगा बिहार से सीधा संपर्क


नई दिल्ली। एनएचएआई ने बिहार में एक्सप्रेसवे का प्लान तैयार किया है। प्लान के तहत बिहार में तीसरा एक्सप्रेसवे बक्सर से भागलपुर तक बनेगा। अभी बक्सर से दिल्ली तक पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण तेज गति से चल रहा है। केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी रोजाना कहीं न कहीं सड़क और परिवहन की सेवा को सुलभ करने में लगे हैं। देखा जाए तो मोदी सरकार की सफलता की एकमात्र जमीनी हकीकत भी एक्सप्रेसवे और परिवहन सेवा के जरिए ही दिख रही है, जिसका पूरा श्रेय नितिन गडकरी को जाता है। एनएचएआई का प्लान है कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को ही भागलपुर को जोड़ा जाएगा। इसकी लंबाई 350 किलोमीटर होगी। इस एक्सप्रेसवे का जुड़ाव गंगा पर बने सभी पुलों से भी होगा, जिससे राज्य की सड़क सम्पर्कता में भी वृद्धि होगी। बिहार के बक्सर, भागलपुर और पटना के बाद इसमें बिहार का भागलपुर भी जुड़ जाएगा।

  • पीएम करेंगे गंगा एक्सप्रेसवे का दिसंबर में शिलान्यास

अगले महीने दिसंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करेंगे। मेरठ से प्रयागराज तक बनाए जाने वाले गंगा एक्सप्रेसवे को बलिया तक बनाया जाना है।  बलिया से बिहार राज्य की सीमा शुरू हो जाती है। जाहिर है इससे बिहार को भी काफी फायदा मिलेगा। पीएम मोदी अक्सर कहते रहे हैं कि देश के विकास के लिए देश के पूर्वी क्षेत्र का विकास जरूरी है। इसके लिए सबसे पहले इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करना पहली प्राथमिकता में शामिल है।  बिहार में पहला एक्सप्रेसवे औरंगाबाद से जयनगर के बीच एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। दूसरा एक्सप्रेसवे रक्सौल से पटना होते हुए कोलकाता तक का होगा। तीसरा एक्सप्रेसवे बक्सर से भागलपुर के बीच प्रस्तावित है। गोरखपुर से सिलीगुड़ी के बीच प्रस्तावित यह बिहार का चौथा एक्सप्रेसवे होगा। इन चारों एक्सप्रेसवे से बिहार के 38 जिलों में से लगभग 28 जिले जुड़ेंगे। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि बिहार के विकास की रफ्तार भी तेज होगी।

औरंगाबाद जयनगर एक्सप्रेसवे औरंगाबाद के मदनपुर से शुरू होने वाली ये फोरलेन सड़क गया एयरपोर्ट के बगल से होते हुए जीटी रोड को भी संपर्कता प्रदान करेगी। गया से ये जहानाबाद और नालंदा के बॉर्डर से गुजरते हुए पटना में कच्ची दरगाह में आएगी। यहां से बिदुपुर के बीच बन रहे 6 लेन पुल से चकसिकंदर, महुआ के पूरब होते हुए ताजपुर जाएगी। वहां से दरभंगा एयरपोर्ट के समीप से गुजरते हुए जयनगर में समाप्त होगी. औरंगाबाद से जयनगर तक की यह सड़क 271 किलोमीटर लंबी होगी। ये सड़क पटना सहित प्रदेश के छह जिलों से होकर गुजरेगी। पटना का गया और दरभंगा एयरपोर्ट से होगा सीधा संपर्क । कच्ची दरगाह बिदुपुर के बीच बन रहे पुल के माध्यम से ये वैशाली में प्रवेश करेगी।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पुल को ताजपुर तक जोड़ने को कहा है। इससे इसकी उपयोगिता और बढ़ जाएगी। वैशाली से समस्तीपुर व दरभंगा होते हुए नेपाल सीमा पर जाकर जयनगर में यह सड़क खत्म होगी। इस तरह फोरलेन बनने वाली यह सड़क पटना के अलावा औरंगाबाद, जहानाबाद, वैशाली व मधुबनी से होकर गुजरेगी।



  • रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे 


 नेपाल सीमा पर स्थित बिहार के रक्सौल से हल्दिया तक रज्य का दूसरा एक्सप्रेसवे छह से आठ लेन का होगा। बिहार के इस दूसरे एक्सप्रेसवे का निर्माण अगले साल से शुरू होगा। यह करीब 695 किमी लंबा होगा, जिसके निर्माण पर 54 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके निर्माण को पूरा करने की समयसीमा वर्ष 2024-25 है। फिलहाल इस एक्सप्रेसवे की डीपीआर की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार रक्सैल-हल्दिया एक्सप्रेसवे पूरी तरह ग्रीनफील्ड होगा और इसमें बीच में नहीं चढ़ा जा सकेगा। यह बिहार के नौ जिलों से होकर गुजरेगा। इनमें पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सारण, पटना, बिहारशरीफ, शेखपुरा, जमुई और बांका शामिल हैं। इसके बाद यह एक्सप्रेसवे झारखंड में प्रवेश कर सरैयाहाट, नोनीहाट व दुमका से पश्चिम बंगाल के पानागढ़ से हल्दिया पोर्ट चला जाएगा।


  • बक्सर- भागलपुर होगा बिहार का तीसरा एक्सप्रेसवे


अभी बक्सर से दिल्ली तक पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को ही भागलपुर से जोड़ा जाएगा, इसकी लंबाई 350 किलोमीटर होगी।  इस एक्सप्रेसवे का जुड़ाव गंगा पर बने सभी पुलों से भी होगा, जिससे राज्य की सड़क सम्पर्कता में भी वृद्धि होगी। बिहार के बक्सर, भागलपुर और पटना के बाद इसमें बिहार का भागलपुर भी जुड़ जाएगा.


  • सरकार ने दी सहमति

गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे- गोरखपुर से सिलीगुड़ी जाने वाले एक्सप्रेसवे का रूट बिहार के 10 जिलों में निर्धारित किया गया है। एक जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने इस एक्सप्रेसवे के निर्माण की सैद्धांतिक सहमति दे दी है। इसके बाद पथ निर्माण विभाग में इस सड़क को साकार करने की कवायद शुरू कर दी गई है। गोरखपुर- सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे सबसे पहले गोपालगंज में प्रवेश करेगा, इसके बाद सीवान, छपरा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, सहरसा, पूर्णिया, किशनगंज होते हुए सिलीगुड़ी जाएगा. यह न सिर्फ बिहार को यूपी और बंगाल के बीच  आवागमन आसान करेगा, बल्कि व्यापार के नए रास्ते भी खुलेंगे। इस एक्सप्रेसवे का पूरा हिस्सा ग्रीनफील्ड बनाया जाएगा। (दिल्ली ब्यूरो)


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