Government Employees Protest against yogi Government in UP

बुढ़ापे की पेंशन ने ली जवानी की अंगड़ाई, कर्मचारी रैली में जन सैलाब उमड़ा, खूब गरजे नेता


  




 उत्तर प्रदेश सरकार के सामने लखनऊ महारैली में कर्मचारियों, शिक्षकों, अधिकारियों, पेंशनर्स व रसोइयों के लीडरों नें अपनी हनक दिखाई। संयुक्त मंच अध्यक्ष, शिक्षक संघ से जुड़े डा.दिनेश चंद शर्मा व प्रधान महासचिव, कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में लखनऊ महारैली आहुत की गई, जिसमें उमड़े जन सैलाब को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार पेंशन की बहाली पर जल्द निर्णय लें, अन्यथा भविष्य में परिणाम घातक सिद्ध हो सकता है। ये मात्र आगाज़ हैं। यदि मांगों पर सोचा नहीं गया तो सोच ही बदल दी जाएगी। शिक्षक परिषद् के एमएलसी हेमसिंह पुण्डीर नें मांगे न माने जाने तक सरकार को सहयोग न देने बात कही।

         महारैली में कर्मचारी व शिक्षक इस तरह से ईको गार्डन में देखे गए कि मानो लखनऊ में सरकारी अमले की आंधी आ गई हो। चारों ओर टोपीधारी शिक्षक व कर्मचारी से सड़को  पर जाम देखा गया। मा.काशीराम ईको गार्डन में पैर रखने के भी लाले पड़ गए। विभिन्न संघों के नेतृत्वकारी जन सैलाब को लेकर गदगद थे। अतिम दौर तक भीड़ का रूकना बंद नहीं था, जिससे स्थानीय प्रशासन के हाथ-पांव फूलने लगे।

         इस हनक में बुढ़ापे की पेंशन ने अपनी जवानी की खूब अंगड़ाई ली। रैली को तो सफल माना जा रहा हैं, लेकिन अब देखना यह है कि ऊंट किस करवट बैठता है। 

       महारैली में क्रांतिधरा के प्रातीय संगठन मंत्री मुकेश कुमार,मण्डल मंत्री अनिल मौर्य, जोनल अध्यक्ष राजेश वर्मा, कलेक्ट्रेट मेरठ के सचिव दीपक कौशिक व वरिष्ठ उपाध्यक्ष शकील अहमद, सत्यनारायण, शिवकुमार, कमलेश कुमार, प्रियकांत,  उमेश राम, मनीष मिश्रा, बलबंत सिंह नेगी, मनीष कुमार, अजय वर्मा, वरूण, गौरव पाठक, गौरव कुमार सिंह, उदयभान, छोटू, बिजनौर कलक्ट्रेट सचिव बीना रानी, सहारनपुर के अध्यक्ष  संजय शर्मा, प्रांतीय प्रचारक नीरू सिंह, बुलंदशहर के के.पी.सिंह, मुरादाबाद से प्रांतीय सचिव अरविंद वर्मा, नावेद सिद्दीकी आदि सहित प्रदेश के सभी जिलों के पदाधिकारी व शिक्षक एवं पेंशनर्स व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पदाधिकारियों की महारैली में मुख्य रूप से मौजूदगी  तथा नारी शक्ति की भागीदारी देखने लायक थी। महारैली का संचालन कलक्ट्रेट के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कुमार त्रिपाठी ने किया। जिन्होंने अंतिम दौर तक शमा बांधे रखी।

Courtsy:  लखनऊ से अनिल मौर्य. वरिष्ठ कर्मचारी नेता.

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