गलती सुधारनी चाहिए
मोदी सरकार में मानव
संसाधन विकास मंत्री बनने वाली 38 वर्षीय स्मृति ईरानी की शैक्षणिक योग्यता 12वीं
बताई गई है, इसको लेकर भी कई लोग तमाम आशंकाएं जाहिर कर रहे हैं। इसपर न केवल
विपक्षी दल
कांग्रेस बल्कि मोदी के समर्थक भी सवाल खड़े कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि
मोदी जी ने मंत्री बनाने और उनको विभागों के वितरण में तजुर्बे और एक्सपर्ट की बजाय
स्वयं की इच्छा और पसंद को अधिक महत्व दिया है। हालांकि अभी से यह कहना बहुत
जल्दबाजी होगी, लेकिन कहीं न कहीं सभी विभागों पर एकाधिकार रखने की भी चाहत
नजर आ रही है। सोशल मीडिया पर हीरो की तरह पेश किए गए नरेंद्र मोदी की स्मृति
ईरानी को मंत्री बनाने को लेकर आलोचना भी खूब हो रही
है, जिसे नरेंद्र मोदी जी को गंभीरता से लेना चाहिए। और संभव हो तो इस
गलती को समय रहते सुधार लिया जाए तो कोई बुरी बात भी नहीं है।
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