LJP : पारस बने लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, चिराग गुट ने नकारा
- पारस बने लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, चिराग गुट ने नकारा
पटनाः पूर्व सांसद सूरजभान के आवास पर हुई लोक जनशक्ति पार्टी (पारस गुट)
की बैठक में पूर्व अनुमानति पशुपति कुमार पारस को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन
लिया गया है, जिसको चिराग पासवान गुट के नेताओं ने नकार दिया है। पार्टी
नेताओं को कहना है कि पांचों सांसदों को पार्टी से निष्कासित किया जा चुका
है, उनका लोजपा से अब कोई संबंध नहीं है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
की सह से पार्टी को कमजोर करने के लिए पशुपति पारस को आगे करके यह
पार्टी संविधान विरोधी कार्यवाही की गई है, जिसकी कोई कानूनी मान्यता नहीं
है।
पूर्व सांसद एवं चुनाव प्रभारी सूरजभान सिंह के पटना में कंकड़बाग टीवी
टॉवर स्थित आवास पर पारस गुट की बैठक आयोजित की गई, जिसमें पहले पशुपति
पारस ने नामांकन दाखिल किया। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पशुपति
पारस के नाम पर सांसदों ने एकमत से सहमति जताई।
पार्टी कार्यालय में चुनावी प्रक्रिया नहीं होने से भी सवाल उठ रहे हैं, इस
पर पारस गुट का कहना है कि कोरोना को देखते हुए कार्यकारी अध्यक्ष के आवास
पर बैठक बुलाई गई। पार्टी कार्यकर्ताओं की भीड़ इकट्ठे ना हो, इसलिए चुनाव
की प्रक्रिया अलग जगह आयोजित की गई है। अगर पार्टी दफ्तर में बैठक या
चुनाव प्रक्रिया की जाती तो प्रदेशभर के कार्यकर्ता और नेता शामिल हो जाते।
ऐसे में कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा तेज हो जाता।
चाचा-भतीजे के दो गुटों में बंटी लोजपा
पिछले कुछ दिनों से लोक जनशक्ति पार्टी ( लोजपा) पर कब्जे की लड़ाई चल रही
है। पार्टी चाचा पशुपति कुमार पारस और भतीजा चिराग पासवान के बीच बंट गई
है। दोनों गुटों के कार्यकर्ता सड़कों पर हैं। दिल्ली से लेकर पटना तक में
दोनों गुटों के कार्यकर्ता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने में जुटे हुए
हैं। पशुपति पारस पार्टी में तानाशाही का आरोप लगा रहे हैं। तो चिराग
पासवान चाचा पर विश्वासघात का आरोप लगा रहे हैं।
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