Elon Musk become infamous by buying Twitter and removing the Indian CEO
- ट्विटर को खरीद कर बड़े नामी और भारतवासी सीईओ को हटाकर बदनाम हो गए एलन मस्क
- राजेश्वरी मौर्य
ट्विटर को ही हाल ही में खरीदने वाले एलन मस्क ने जहां अपने नाम चर्चाओं का एक बड़ा खिताब हासिल किया वही वहीभारत के मूलनिवासी अपने ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल को हटाकर भारत जैसे बड़े ट्विटर उपयोगकर्ता देश के लोगों को नाराज किया है
- एलन मस्क ने Twitter के CEO पराग अग्रवाल को हटाया, एक अधिकारी को बिल्डिंग से बाहर निकलवाया
ट्विटर में पिछले साल ही नियुक्त किए गए सीईओ पराग अग्रवाल की मस्क के साथ सार्वजनिक और निजी रूप से कहासुनी हो गई थी।
ट्विटर के नए मालिक बनते ही एलन मस्क ने इस सोशल मीडिया कंपनी के चार शीर्ष कार्यकारी अधिकारियों को हटा दिया है. जिनमें भारतीय मूल के सीईओ पराग अग्रवाल, कानूनी मामलों के कार्यकारी अधिकारी विजय गड्डे, मुख्य वित्तीय अधिकारी नेड सहगल और जनरल काउंसल सियान एजेट हैं. मामले से परिचित लोगों के अनुसार, सियान एजेट को इमारत से बाहर निकाला गया है. सियान साल 2012 से इस कंपनी से जुड़े हुए थे. ब्लूमबर्ग के मुताबिक कंपनी का मालिक बनने के साथ ही मस्क का पहला मकसद नेतृत्व बदलना है.
शेयरधारकों को प्रति शेयर $54.20 का भुगतान किया जाएगा, और ट्विटर अब एक निजी कंपनी के रूप में काम करेगा. आपको बता दें कि अमेरिका की डेलावेयर कोर्ट ने एलन मस्क और ट्विटर की कानूनी लड़ाई पर कुछ समय के लिए विराम लगाते हुए ट्विटर खरीद की डील को पूरा करने के लिए एलन मस्क को 28 अक्टूबर 2022 शाम पांच बजे तक का समय दिया था. जिसे उन्होंने अब पूरा कर लिया है.
अग्रवाल को पिछले साल नवंबर में कंपनी के सह-संस्थापक जैक डोर्सी के इस्तीफे के बाद ट्विटर का सीईओ नियुक्त किया गया था. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), बॉम्बे और स्टैनफॉर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर चुके अग्रवाल ने एक दशक से अधिक समय पहले ट्विटर में नौकरी शुरू की थी. उस समय कंपनी में 1,000 से भी कम कर्मचारी हुआ करते थे.
मीडिया की खबरों के अनुसार, “पिछले साल ट्विटर के सीईओ नियुक्त किए गए अग्रवाल की मस्क के साथ सार्वजनिक और निजी रूप से कहासुनी हो गई थी. मस्क ने ‘कंटेंट मॉडरेशन' (ऑनलाइन सामग्री की निगरानी और छंटनी की प्रक्रिया) के मामले में गड्डे की भूमिका की भी सार्वजनिक तौर पर आलोचना की थी।
- कितना पढ़े हैं दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क?
एलन मस्क (Elon Musk) जब 12 वर्ष के थे, तभी उन्होंने इतनी किताबें पढ़ ली थी, जितनी ग्रेजुएशन करने वाले छात्र भी नहीं पढ़ते हैं।
- एलन मस्क ने 12 साल की उम्र में ही एक गेम डिजाइन कर 500 डॉलर में बेचा था।
- एलन फिजिक्स और अर्थशास्त्र में हैं ग्रेजुएट।
- दो दिन में ही छोड़ दिया था पीएचडी का कोर्स।
- Elon Mask: एलन मस्क के पिता एरोल मस्क इलेक्ट्रिकल इंजीनियर और पायलट थे
एलन मस्क (Elon Musk) आज पूरे विश्व में अपनी एक खास पहचान बनाए हुए हैं। विश्व का सबसे अमीर शख्स होने के साथ ही इन्हें भविष्य निर्माता भी कहा जाता है। इन्होंने Space X का गठन किया जो लॉन्च व्हीकल और स्पेस क्राफ्ट का निर्माण करती है। ये इलेक्ट्रिक कार निर्माता Tesla के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) भी हैं। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और सभी बाधाओं को पार कर अपने लक्ष्य को हासिल किया। आज हम आपको एलन मस्क के एजुकेशन से लेकर सफलता की सीढ़ियां चढ़ने की पूरी कहानी बताएंगे।
- एलन मस्क का शुरुआती जीवन
एलन मस्क का जन्म 28 जून 1971 को प्रिटोरिया, त्रांसवाल, दक्षिण अफ्रीका में हुआ था। एलन मस्क के पिता एरोल मस्क इलेक्ट्रिकल इंजीनियर और पायलट थे। वहीं, उनकी मां मई मस्क एक डायटीशियन थी। एलन अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। इनके भाई किम्बल मस्क आज एक बिजनेसमैन और पर्यावरणविद् हैं। वहीं इनकी बहन टोस्का मस्क एक फिल्म निर्माता और निर्देशक हैं। एलन जब 10 साल के थे, तभी उनके माता-पिता का तलाक हो गया। जिसके बाद एलन अपने पिता के साथ रहने लगे और दक्षिण अफ्रीका में रहकर अपनी शुरुआती पढाई की।
- एलन मस्क की प्रारंभिक शिक्षा
एलन मस्क जब 12 वर्ष के थे, तभी उन्होंने इतनी किताबें पढ़ ली थी, जितनी ग्रेजुएशन करने वाले छात्र भी नहीं पढ़ते हैं। एलन का बचपन से ही पसंदीदा सब्जेक्ट कंप्यूटर था। उन्होंने बचपन में ही किताबों की मदद से कंप्यूटर में प्रोग्रामिंग सीखा और ब्लास्ट नाम से एक गेम बनाया। यह गेम उन्होंने एक अमेरिकन कंपनी को मात्र 500 डॉलर में बेच दिया। अपने आप में सीमित रहने वाले एलन को बचपन में उनके सहपाठी काफी बुली करते थे। जिसके कारण अक्सर एलन मस्क की लड़ाई हो जाती थी। एक बार उनसे लड़ते हुए वे सीढ़ी से गिर गए और बेहोश हो गए। उस घटना के बाद से आज तक एलन को सांस लेने में तकलीफ होती है।
- एलन मस्क फिजिक्स और अर्थशास्त्र में हुए ग्रेजुएट
एलन मस्क को हायर एजुकेशन के लिए 1988 में कनाडाई पासपोर्ट मिल गया, जिसके बाद, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका को छोड़ दिया और किंग्स्टन, ओंटारियो के क्वीन विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया। एलन ने यहां से वर्ष 1992 में पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय, फिलाडेल्फिया में ट्रांसफर ले लिया। यहां उन्होंने 1997 में फिजिक्स और अर्थशास्त्र में ग्रेजुएट की डिग्री प्राप्त की। फिर वे कैलिफोर्निया चले गए, जहां पर स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी करने के लिए एडमिशन लिया, लेकिन दो दिनों के बाद ही उन्होंने स्कूल छोड़ दिया।
एलन का मानना था कि इंटरनेट, फिजिक्स की तुलना में समाज को बदलने की क्षमता रखता है। इसके बाद, उन्होंने अमेरिका में ही अपने भाई के साथ मिलकर 1995 में Zip2 नामक कंपनी बना ली।
- Zip2 और Paypal को मिली बड़ी सफलता
एलन द्वारा स्थापित Zip2 कंपनी ऑनलाइन न्यूज और मैप प्रदान करती थी। 1999 में Zip2 को कंप्यूटर निर्माता कंपनी कॉम्पैक ने 307 मिलियन डॉलर में खरीदा था, इससे एलन को अपनी हिस्सेदारी के अनुसार 22 मिलियन डॉलर मिले। मस्क ने फिर एक ऑनलाइन फाइनेंस सर्विस कंपनी X.com की स्थापना की, जो बाद में Paypal बन गई। यह ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करती थी। 2002 में ऑनलाइन नीलामी में ईबे ने Paypal को 1.5 बिलियन डॉलर में खरीदा था।
- रॉकेट साइंस पढ़कर बना दिया था रॉकेट
इन सफलताओं के बाद एलन मस्क यह समझ गये थे कि अगर उन्हें और आगे बढ़ना है तो दुनिया से अलग सोचना होगा। इन दो सफलता के बाद एलन के पास अच्छा खासा पैसा भी था। इसलिए उन्होंने सोचा कि क्यों ना स्पेस में हाथ आजमाया जाए। जिसके बाद वे 3 ICBM रॉकेट लेने के लिए 2003 में रूस गए, वहां पर उन्हें एक रॉकेट ही 8 मिलियन डॉलर में मिल रहा था। एलन ने सोचा कि इस भारी-भरकम रकम देने से अच्छा खुद से रॉकेट का निर्माण करना है। एलन मस्क वापस आए और रॉकेट साइंस पढ़ने लगे।
एलन ने एक साल के अंदर ही खुद का रॉकेट तैयार कर लिया। जिसके बाद उन्होंने स्पेसएक्स कंपनी का निर्माण किया। हालांकि एलन का पहला रॉकेट फेल हो गया। उन्होंने एक बार फिर प्रयास किया, लेकिन वह भी सफल नहीं हुआ। उनके पास पैसा कम था, इसलिए नष्ट हो गए रॉकेट के बचे हुए पार्ट और नए पार्ट को मिलाकर फिर से रॉकेट बनाया, लेकिन यह भी सफल नहीं हुआ। एलन को चौथी बार में सफलता मिली। उन्होंने बहुत कम लागत में रॉकेट तैयार किया और उसे अंतरिक्ष तक पहुंचाया। आज एलन मस्क द्वारा बनाए गए रॉकेट को नासा भी उपयोग करती है।
- एलन मस्क और टेस्ला
एलन मस्क को आज के समय में मिली उपलब्धियों में टेस्ला का बहुत बड़ा हाथ माना जाता है। एलन के पास आने से पहले टेस्ला जो इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाती थी, उस पर कॉस्ट बहुत ज्यादा आती थी। इसलिए, उनकी बनाई कारें मार्केट में सफल नहीं हो पाई। यह कंपनी जब एलन के पास आई तो उन्होंने कई टेक्नोलॉजी को बदल कर सस्ती दरों में इलेक्ट्रिकल कारों का निर्माण कराया, जिससे, यह कारें बहुत तेजी से बिकने लगी। टेस्ला कंपनी को आगे बढाते हुए एलन एक इन्वेस्टर के रूप में भी काम करने लगे। उन्होंने 2006 में अपने चचेरे भाई की कंपनी सोलर सिटी में इन्वेस्ट किया और बहुत ही कम समय में इस कंपनी को अमेरिका की दूसरी बड़ी सोलर कंपनी के रूप में विकसित कर दिया। वर्ष 2013 में इस कंपनी को एलन मस्क ने टेस्ला में विलय किया। आज सोलर सिटी और टेस्ला मिलकर नई टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे हैं।
- लेखक : राजेश्वरी मौर्य
- लेखक मौर्य टाइम्स की संपादक है
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